जयपुर. राजस्थान में 3 सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान 19 जून को होना है. इन चुनावों में बहुमत के आधार पर कांग्रेस को दो सीटें और भाजपा को एक सीट मिलना लगभग तय है. हालांकि, भाजपा ने इन चुनाव में ओंकार सिंह लखावत को मैदान में उतारकर चुनाव में मतदान तय कर दिया और ऐसे में निर्दलीय विधायकों के साथ ही छोटे दलों के पास भी बारगेनिंग का मौका बन गया है.
हालांकि, चाहे निर्दलीय हो या फिर बीटीपी और माकपा पार्टी अब तक यही लगता है कि इन सभी का वोट कांग्रेस के प्रत्याशी के समर्थन में जाएगा. वहीं, कुछ निर्दलीय विधायकों के भाजपा के संपर्क में होने की बात भी निकलकर आ रही है, क्योंकि बहुमत कांग्रेस के पास पूरा है. ऐसे में कोई निर्दलीय ऐसी चूक नहीं करेगा कि वह सत्ताधारी दल के विरोध में अपना वोट दें. वह भी उस स्थिति में जब कांग्रेस के पास अपने विधायक ही इतने हैं कि वह खुद अपने दम पर भी दोनों प्रत्याशियों को चुनाव जिता सकती है.
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वहीं, क्रॉस वोटिंग को लेकर चल रही बातों को सिरे से खारिज करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि जो भी आंकड़ा देखना जानता है उसे पता है कि बहुमत किसके पास है. ऐसी बातों से केवल बेवजह भ्रम फैलाने का प्रयास हो रहा है जिसका कोई मतलब नहीं है. बहुमत किसके पास है यह सब जानते हैं और किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है.
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पायलट ने कहा कि जब हम विपक्ष में थे तो हमने भी एक निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दिया था ताकि चुनाव निर्विरोध ना हो. यही काम इस बार भाजपा ने किया है और निर्विरोध चुनाव नहीं हो इसी के चलते उन्होंने अपना प्रत्याशी खड़ा किया है. लेकिन कुछ लोग इसमें भ्रम फैला रहे हैं, जिससे कुछ हासिल होने वाला नहीं है. कांग्रेस के प्रत्याशी इन चुनावों में जीत दर्ज करेंगे.