जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में कोविड-19 की जांच करने वाले संविदाकर्मी प्रयोगशाला सहायक अब बूट पॉलिश कर रहे है. प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 में प्रोविजनल सूची जारी करने की मांग को लेकर ये अजीबो-गरीब प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 में 1,534 पदों पर भर्ती निकाली गई थी, लेकिन 2 साल बाद भी प्रोविजनल सूची जारी नहीं हुई है. जिसके चलते संविदाकर्मी प्रयोगशाला सहायक आक्रोशित है. कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी ड्यूटी कर फर्ज निभाने वाले अल्प वेतनभोगी प्रयोगशाला सहायक अपनी भर्ती से जुड़ी मांग को लेकर लोगों के जूते पॉलिश कर रहे हैं.
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ये दृश्य देख हर कोई हैरान है. वहीं एक दिन पूर्व सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के बाहर सभी संविदाकर्मी प्रयोगशाला सहायक कोरोना योद्धाओं ने 'भीख' मांगकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा से स्थाई सूची जारी कर स्थाई नियुक्ति की मांग की है. राजस्थान सरकार ने 2018 में शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला सहायक भर्ती के 1,534 पदों पर भर्ती निकाली थी. भर्ती 29 मई 2018 को भर्ती निकाली गई थी. लेकिन 2 साल से ज्यादा समय हो जाने के बावजूद भी प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 की प्रोविजनल सूची अभी तक जारी नहीं की गई है.
ऐसे में अखिल राजस्थान प्रयोगशाला सहायक संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मुद्गल, उपाध्यक्ष पप्पू सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी भरत गौड़, संजय शर्मा सहित अन्य प्रयोगशाला सहायक जूते पॉलिश करते दिखे. उन्होंने बताया कि लगभग 60-70 विधायक, सांसद, जनप्रतिनिधियों ने सरकार को अनुशंसा भी भेजी है. प्रदेशभर में लगभग 1600 से 1800 प्रयोगशाला सहायक इस वैश्विक महामारी कोरोना में लगातार ड्यूटी कर अपनी निरंतर सेवा दे रहे हैं और सरकार को इनके परिवार की भी सोचनी चाहिए. ऐसे में हताश प्रयोगशाला सहायक प्रदर्शन कर रहे हैं.