जयपुर. राजधानी जयपुर में भाजपा ने प्रदेश में वैट की दरें कम करने और बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. भाजपा के हरावल दस्ते युवा मोर्चा ने पैदल मार्च निकाला और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश भाजपा मुख्यालय के बाहर से शुरू हुए इस पैदल मार्च में बड़ी संख्या में भाजपा से जुड़े युवा कार्यकर्ता व नेता मौजूद रहे.
पैदल मार्च भाजपा मुख्यालय से शुरू होकर सिविल लाइन्स फाटक के नजदीक तक पहुंचा. जहां तैनात पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री निवास की ओर बढ़ने से रोक दिया. इस दौरान युवा मोर्चा प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
पढ़ें- पेट्रोल-डीजल और मंत्रिमंडल विस्तार के भंवर में फंसे सीएम गहलोत, डोटासरा संग पहुंचे दिल्ली...आलाकमान से मंत्रणा कर लेंगे अहम निर्णय
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बीते 3 साल के गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान राजस्थान में अपराधों में में हताशा बढ़ोतरी हुई. खास तौर पर महिला और दलितों पर अत्याचार के मामले में राजस्थान देश के अन्य राज्यों मैं सिरमौर बन गया. लेकिन गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केवल अपनी कुर्सी बचाने में ही व्यस्त रहे. मोर्चा पदाधिकारियों का कहना था कि जब केंद्र ने आम जनता को महंगाई से राहत देने के लिए पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कमी कर दी तो फिर राजस्थान सरकार वैट की दरों में कमी करनी चाहिए.
पूर्ण कर्ज माफी का वादा याद दिलाया
भाजपा नेताओं के अनुसार केंद्र सरकार के बाद करीब 25 राज्यों ने अपने यहां पेट्रोल डीजल पर से वैट की दरों में कमी की है. लेकिन राजस्थान की सरकार जनता को राहत देने के मूड में नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान गहलोत सरकार को किसानों से किया गया संपूर्ण कर्ज माफी का वादा और बेरोजगारों से किया बेरोजगारी भत्ता देने के वादे को भी याद दिलाया. प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि जब तक सरकार पेट्रोल डीजल पर वैट की दरों में कमी नहीं करेगी तब तक विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहेगा. वही भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने कहा की गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में इसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन युवा मोर्चा कार्यकर्ता करेंगे.