जयपुर. राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने आज जमवारामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र से अतिक्रमणों को हटाने की मांग को लेकर दिल्ली रोड पर चंदवाजी में धरना प्रदर्शन किया. किरोड़ी लाल मीणा अपने साथी समर्थकों के लिए भोजन की व्यवस्था भी अपने साथ ही लेकर पहुंचे थे. इस दौरान कार्यकर्ताओं के जोश और भीड़ को देखकर एकबारगी पुलिस प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा.
किरोड़ी लाल मीणा ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ निम्स अस्पताल के पास पहुंचकर बहाव क्षेत्र से अतिक्रमणों को हटाने की मांग की. लोगों की भीड़ ने अतिक्रमण हटाओ के नारे लगाए. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन ने भीड़ को काबू किया. किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी जमवारामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र से अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे हैं. प्रशासन भी लीपापोती करने में लगा हुआ है.
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राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि प्रदेश में सरकार के अधिकारी लीपापोती करने का काम करते हैं. काफी दिन पहले मीडिया में खबर आई थी कि जेडीए प्रशासन ने निम्स का अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया. लेकिन, मौके पर स्थिति अलग ही नजर आती है. जिस जगह पर अतिक्रमण ध्वस्त किया गया था, वहां पर फिर से निर्माण हो चुके हैं. जेडीए कहता है कि अतिक्रमण हटा दिए लेकिन अतिक्रमण तो वापस हो गए.
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जिस जगह पर अतिक्रमण हो रहा है, उसी जगह पर बैठकर प्रशासन को जगाने का काम किया है. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि अतिक्रमण हटाने की शुरुआत निम्स यूनिवर्सिटी से ही की जाएगी. जमवारामगढ़ बांध में पानी पहुंचाने वाली नदियों के बहाव क्षेत्र में सैकड़ों जगहों पर अतिक्रमण हो रखे हैं. जिनमें 100 से ज्यादा तो प्रभावशाली लोगों के रिसोर्ट, फार्म हाउस, मकान और होटल्स बनी हुई है. यह सभी अतिक्रमण हटने चाहिए, कोर्ट की भी यही मंशा है. सभी लोग चाहते हैं कि अतिक्रमण हटे. जिसके लिए अंतिम समय तक लड़ाई लड़ेंगे. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों का सम्मान जनता को साथ लेकर करवाएंगे.
डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि इसके साथ ही चंबल और यमुना नदी का पानी जमवारामगढ़ बांध में लाया जाए. इसके लिए राज्य सरकार को मध्य प्रदेश सरकार से समझौता करना है. यह समझौता अभी तक राजस्थान सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार को नहीं भेजा है. उन्होंने कहा कि जमवारामगढ़ बांध को जीवित करने के लिए वे गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को जगाने का काम करेंगे. जमवारामगढ़ बांध में पानी आने से आसपास के सैकड़ों गांवों के लोगों को फायदा मिलेगा. इस काम के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जमवारामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र से अतिक्रमण को जरूर हटवाएंगे और उम्मीद है कि बांध में किसी ना किसी नदी का पानी जरूर आएगा. इन सभी मांगों को लेकर आज सांकेतिक धरना दिया है. 30 नवंबर को भी जमवारामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर दिल्ली रोड स्थित दंड गांव में धरना दिया जाएगा और जब तक सरकार और प्रशासन की ओर से अतिक्रमणों को हटाने का आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक धरने पर बैठे रहेंगे.