जयपुर. पिंक सिटी में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देशभर के प्रमुख नेता जुटेंगे. तीन दिवसीय शिविर में अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर महामंथन करेंगे. इस बैठक से पहले ही एक आवाज उठी है राज्यसभा चुनावों में उम्मीदवारी (Demand In BJP Before Mahamanthan) को लेकर. मांग है कि जनसंघ संस्थापक सदस्य पं दीनदयाल उपाध्याय की भतीजी मधु शर्मा को लेकर है.
मांग किसी और ने नहीं बल्कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच की कोर कमेटी ने की है. इस मंच के संरक्षक उपाध्याय की भतीजी और भाजपा की वरिष्ठ नेता मधु शर्मा ही हैं. दरअसल उपाध्याय स्मृति मंच की हाल ही में हुई कोर कमेटी की एक बैठक में इससे जुड़ा राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें मधु शर्मा को राजस्थान से राज्यसभा की सीट के लिए भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से मांग (Deendayal Upadhyay Niece To Rajyasabha) की गई.
कौन हैं मधु शर्मा?: मधु शर्मा भाजपा की वरिष्ठ नेता हैं और पूर्व में राजस्थान भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. लंबे समय तक महिला मोर्चा और राजस्थान भाजपा में कई दायित्व भी उन्होंने निभाए. इसके अलावा पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच की वे संरक्षक भी हैं जिसमें भाजपा और पंडित दीनदयाल की विचारधारा से जुड़े कई लोग शामिल हैं. हालांकि मौजूदा समय में राजस्थान भाजपा नेतृत्व में मधु शर्मा को संगठनात्मक रूप से कोई दायित्व नहीं दे रखा है.
मांग के लिए मंच ने यह समय ही क्यों चुना: पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंच के प्रदेश महामंत्री गोपाल शर्मा के अनुसार मंच से जुड़े पदाधिकारी चाहते हैं कि मधु शर्मा को पार्टी राज्यसभा में भेजें. उनके अनुसार मधु शर्मा पार्टी और जनसंघ के संस्थापकों में शामिल दीनदयाल उपाध्याय जी की भतीजी हैं. ऐसे में उनकी विचारधारा भी राष्ट्रवाद और राष्ट्र हित की है. मंच ने तो अपनी मांग भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के आगे रखने के लिए राजनीतिक प्रस्ताव पास कर दिया. टाइमिंग भी जबरदस्त है. मांग उस समय रखी गई जब जयपुर में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देशभर के प्रमुख नेता जुट रहे हैं ताकि जो मांग की गई है वो सीधे उन तक पहुंच सके और उस पर विचार हो सके.
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक और दबाव की राजनीति शुरू: कोर ग्रुप सदस्यों ने आगामी 29 मई को पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भी बुलाई है. इसमें मंच से जुड़े तमाम प्रदेश पदाधिकारी, अग्रिम मंच के अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष समेत प्रदेशभर के मंच से जुड़े प्रमुख कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि प्रदेश कार्यसमिति में भी इसी प्रस्ताव पर मुहर लगाकर भाजपा प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व को आग्रह के रूप में भेजा जा सकता है.यहां आपको बता दें कि राजस्थान में चार राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को मतदान होगा. संख्या बल के लिहाज से 3 सीट कांग्रेस के पास और 1 सीट भाजपा के खाते में जाती दिखाई दे रही है.