जयपुर. कोरोना काल में करीब 10 महीने बंद रहने के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय का केंद्रीय पुस्तकालय को पिछले दिनों खोल दिया गया है. फिलहाल, इसका समय सुबह 10 से शाम 4 बजे तक रखा गया है. लेकिन अब केंद्रीय पुस्तकालय का समय बढ़ाने की मांग तेज होने लगी है.
उच्च शिक्षा से जुड़े और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों का कहना है कि कोरोना काल से पहले विश्वविद्यालय का केंद्रीय पुस्तकालय सुबह 5 से रात तक खुला रहता था. लेकिन कोरोना काल में ये पूरी तरह बंद रहा. अब इसे खोल दिया गया है. लेकिन इसका समय काफी कम है. ऐसे में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की समस्या को देखते हुए इसका समय बढ़ाने की मांग की जा रही है.
एक विद्यार्थी लोकेंद्र का कहना है कि राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) के कई छात्र साधारण परिवार से आते हैं. अभी लाइब्रेरी का समय सुबह 10 से शाम 4 बजे तक का है. जिसमें क्लासेज के चलते पढ़ाई हो नहीं पाती है. इसलिए लाइब्रेरी के समय को बढ़ाया जाए. बाहर जो निजी लाइब्रेरी हैं. उनमें विद्यार्थियों को हर महीने शुल्क देना पड़ता है. जो सामान्य परिवारों के विद्यार्थियों के लिए थोड़ा मुश्किल है.
उनका यह भी कहना है कि असिस्टेंट प्रोफेसर सहित कई अन्य भर्ती परीक्षाओं की तिथि घोषित हो चुकी है. इसलिए विद्यार्थियों की मांग है कि सेंट्रल लाइब्रेरी का समय बढ़ाया जाए. एक अन्य विद्यार्थी विजय राम का कहना है कि कोरोना काल में जब स्कूल-कॉलेज बंद थे. तब सेंट्रल लाइब्रेरी भी बंद थी. स्कूल-कॉलेज खुलने के साथ ही लाइब्रेरी भी खोल दी गई. लेकिन अभी इसका समय सुबह 10 से शाम 4 बजे तक है. लेकिन कोरोना काल से पहले लाइब्रेरी सुबह 5 से देर रात तक खुली रहती थी.
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उनका कहना है कि अब विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तारीख भी घोषित हो चुकी है. ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को निजी लाइब्रेरी में पढ़ाई करनी पड़ रही है. जो काफी महंगी पड़ती है. विद्यार्थियों की मांग है कि आगामी दिनों में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथि को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को लाइब्रेरी खुलने के समय में बदलाव करना चाहिए. उनकी मांग है कि लाइब्रेरी को कोरोना काल से पहले की तरह सुबह से रात तक खोलना चाहिए. ताकि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को राहत मिल सके.