जयपुर. कोयले की कमी और बिजली के संकट से जूझ रहे डिस्कॉम के लिए प्री मानसून की बारिश राहत लेकर आई है (Decrease in electricity demand in Rajasthan). आलम यह है कि प्री मानसून की दस्तक के बाद प्रदेश में बिजली की डिमांड में 5,500 मेगावाट तक की कमी आ गई है. वहीं डिमांड कम होने से पिछले 2 दिन से राजस्थान अपने यहां उत्पादित लाखों यूनिट बिजली भी बेच चुका है.
मौसम में आए बदलाव के कारण राजस्थान में बिजली की मांग और खपत के बीच अंतर खत्म हो चुका है. 19 जून से अब तक प्रदेश में बिजली की पर्याप्त उपलब्धता के चलते कहीं कोई बिजली की कटौती नहीं की गई. बिजली की डिमांड में कमी का सिलसिला 11 जून से शुरू हो गया था. लेकिन 19 जून से स्थिति पूरी तरह न केवल सामान्य हुई बल्कि राजस्थान अतिरिक्त उत्पादित बिजली बेचने की स्थिति में भी आ गया. प्रदेश में इस माह 3 जून को 15791 मेगावाट की सर्वाधिक 1 दिन में बिजली की डिमांड रही. जो 19 जून से घटकर 1,0200 से 1,0700 मेगा वाट के बीच ही रह गई.
डिमांड घटी तो बिजली बेचने की स्थिति में आया राजस्थान: प्रदेश में बिजली की डिमांड में एकाएक आई गिरावट के बाद अब राजस्थान बिजली बेचने की स्थिति में आ गया है. राजस्थान ऊर्जा विकास निगम से मिली जानकारी के अनुसार 21 जून को राजस्थान में 2500 लाख यूनिट बिजली 3 रुपये प्रति यूनिट की दर से बेची. वहीं 20 जून को राजस्थान में 190 लाख यूनिट 3 रुपये 40 पैसे प्रति यूनिट की दर से बाजार में बेची. हालांकि 21 जून को ऊर्जा विकास निगम ने 2 रुपये 42 पैसे की दर से 1 लाख यूनिट बिजली बाजार से खरीदी भी है.
प्रदेश में इस तरह बिजली की खपत में आई कमी: प्रदेश में 15 जून को 3072 लाख यूनिट की खपत हुई. 16 जून को घटकर 3041 लाख यूनिट खपत पहुंच गई. वहीं 17 जून को 2922 लाख यूनिट, 18 जून को 2682 लाख यूनिट, 19 जून को 2282 लाख यूनिट, 20 जून को 2258 लाख यूनिट और 21 जून को बिजली की खपत घटकर 2182 लाख यूनिट खपत पहुंच गई.
कोयले का संकट जारी, डिमांड में कमी से मिली राहत: प्रदेश में छत्तीसगढ़ कोल आवंटन और खनन से जुड़े विवाद के कारण राजस्थान में अब भी कोयले का संकट बना हुआ है. जिसके चलते कुछ थर्मल आधारित उत्पादन इकाई बंद है. बावजूद इसके बिजली की डिमांड और खपत में आई गिरावट के चलते डिस्कॉम और ऊर्जा विकास निगम ने राहत की सांस ली है. वहीं बिजली की मांग कम होने से ऊर्जा विकास निगम महंगी दामों पर बिजली खरीदने से भी बच गया.