जयपुर. सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद प्रदेश में परिदों की मौत के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. जयपुर में एक दिन में ही करीब 37 पक्षियों की मौत हुई है, जिनमें से 32 कौवे और 5 अन्य पक्षी शामिले हैं. पूरे प्रदेश में अब तक 2166 पक्षियों की मौत हो चुकी है और 211 सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे जा चुके हैं. वहीं, आज जयपुर में 37, दौसा में 01, झुंझुनू में 35, नागौर में 04, टोंक में 22, भरतपुर में 5, सवाई माधोपुर में 14, चूरू में 2, श्रीगंगानगर में 14, जोधपुर में 21, पाली में 30, कोटा में 16, बारां में 21, बूंदी में 17, झालावाड़ में 46 और चित्तौड़गढ़ में 44 पक्षियों की मौत हुई है.
सबसे ज्यादा झालावाड़ में 46 पक्षियों की मौत हुई है. अब तक जयपुर में 266 पक्षियों की मौत हो चुकी है, जिसमें 249 कौवे शामिल हैं. पशुपालन विभाग वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ाई है. पोल्ट्री फार्म पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. सबसे पहले झालावाड़ में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. 25 दिसंबर को पहली बार झालावाड़ में कौवे के मरने की सूचना मिली थी, जिसके बाद 27 दिसंबर को मारने के कारणों की जांच के लिए सैंपल भोपाल में भेजे गए, जहां बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई.
इसके बाद लगातार प्रदेश में कौओं के मरने के मामले सामने आ रहे है. प्रदेश के सभी चिड़िया घरों में विशेष निगरानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. विशेष रूप से ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं कि मृत पक्षियों के डिस्पोजल और सैंपल कलेक्शन के दौरान पूर्ण सावधानी बरती जाए. किसी प्रकार का संक्रमण पक्षियों से ना फैले, इसके लिए पीपीई किट का भी उपयोग किया जाए.