जयपुर. राजधानी में मंगलवार को तेज तूफानी हवाओं के साथ बारिश हुई. इस बारिश से कई जगह पर नुकसान भी हुआ है. राजधानी जयपुर में रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन कैंपस समेत कई जगहों पर तूफानी बारिश का कहर देखने को मिला. तेज आंधी से रामनिवास बाग के नजदीक रैन बसेरा उखड़ गया, जिससे एक एक्टिवा और साइकिल नीचे दब गई. गनीमत रही कि जनहानि नहीं हुई.
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जयपुर में आंधी के चलते कई जगहों पर पेड़ गिरने की सूचनाएं भी मिली हैं. हालांकि किसी भी जगह हताहत होने की कोई खबर नहीं आई है. राजधानी जयपुर के टोंक फाटक पर तेज आंधी के चलते पुराना विशाल वृक्ष धराशाई हो गया. पेड़ की चपेट में आने से बिजली के खंबे टूट गए. भारी वृक्ष के नीचे एक ऑटो और दो बाइक दब गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बिजली सप्लाई को बंद करवाया गया, जिससे किसी तरह का कोई हादसा ना हो. हादसे के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया. पुलिस ने यातायात को डाइवर्ट कर कड़ी मशक्कत से जाम को खुलवाया. हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई.
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रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन परिसर में हुआ नुकसान
जयपुर के आमेर में लालवास स्थित सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन परिसर में तेज आंधी तूफान के कारण काफी नुकसान हुआ. नुकसान का मुआयना कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह ने किया. कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह के मुताबिक कैम्प परिसर में बने भोजनालय की टीन छत, क्वारेंनटाइन आवास के टैंट, मनोरंजन कक्ष का टैंट, जवानों के 8 आवासीय टैंट, कैम्प प्रहरी मोर्चा और कैम्प सुरक्षा दीवार में लगी टीनशीट क्षतिग्रस्त हो गई. अभी गर्मी और बारिश का मौसम आने के कारण हमें इस तरह की परिस्थितियों या प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप एवं तूफान से निपटने के लिए हमेशा सर्तक और तैयार रहना होगा, जिससे भविष्य में इस प्रकार के नुकसान को कम किया जा सके.
अजमेर में भी हुई बारिश, किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें
अजमेर के मसूदा क्षेत्र में मंगलवार को आफत की बारिश गिरी. तेज हवा के साथ ओलावृष्टि होने से खेतों में खड़ी व रखी की फसल खराब हो गई है. बिन मौसम आई आफत की बारिश से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें देखी गई. पिछले 2 दिनों से जहां पश्चिमी विक्षोभ के कारण धूल का गुब्बार उड़ रहा था, वहां मंगलवार को मौसम में परिवर्तन हुआ और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. साथ ही ओलावृष्टि भी हुई, जिससे क्षेत्र में बोई गई गेहूं व जौ की फसल खलियान में पककर तैयार है. ओलावृष्टि होने के कारण फसल बिल्कुल चौपट हो गई है, जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे झलक उठी हैं. वहीं, ओलावृष्टि के बाद क्षेत्र के किसानों ने गिरदावरी की मांग की साथ ही मुआवजा दिलाने की भी मांग की. पिछले दो दिनों से मसूदा बिजयनगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में मौसम में अचानक परिवर्तन देखने को मिल रहा था. यहां भीषण उमस थी, लेकिन मौसम में अचानक बदलाव हुआ और सुबह से ही धूल भरी आंधियां चल रही थी. साथ ही कई स्थानों पर ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई है. कई जगह खलियानों में पक्की फसल जिसकी कटाई हो चुकी है, उन पर भी पानी फिर गया.