जयपुर. राजधानी से एक हैरान करनेवाली खबर सामने आई है, जहां साइबर ठगों ने आईफोन के नाम पर चाइनीज फोन डिलीवर किया और पैसे हड़प लिए. ठगी की वारदात का शिकार होने वाले (Cyber Thugs Targeted Two Students in Jaipur) दोनों युवक छात्र हैं. वारदात को लेकर मीणापाड़ा निवासी 17 वर्षीय करण योगी ने नाहरगढ़ रोड थाने में शिकायत दर्ज करवाई है.
शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि पीड़ित ने ओएलएक्स में कम कीमत पर आईफोन मिलने का विज्ञापन देखकर एक कंपनी से संपर्क किया और आईफोन-11 बुक करवाया. जिस पर कंपनी के द्वारा बुकिंग अमाउंट 1 हजार रुपए पेटीएम के जरिए लिया गया और डिलीवरी होने पर 27 हजार रुपए का भुगतान करने के लिए कहा गया. बुकिंग के कुछ दिनों बाद एक डिलीवरी बॉय पार्सल लेकर करण के घर पहुंचा और पार्सल डिलीवर करने के बाद 20 हजार रुपए नकद व 7 हजार रुपए पेटीएम के जरिए भुगतान करने के लिए कहा.
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इस पर करण ने उक्त राशि का भुगतान कर दिया और पार्सल डिलीवरी करने के बाद (Cyber Crime in Rajasthan) डिलीवरी बॉय वहां से चला गया. डिलीवरी बॉय के जाने के बाद जब करण ने पार्सल खोला तो उसमें (fraud in the name of iphone) आईफोन न होकर एक चाइनीज फोन निकला. इस पर जब करण ने फोन भेजने वाली कंपनी से संपर्क किया तो उसे कोई भी संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया.
ठगों ने ममेरे भाई को भी इसी तरह बनाया निशाना...
करण द्वारा कम कीमत पर आईफोन ऑर्डर करने की जानकारी मिलने पर करण के मामा के बेटे हर्ष योगी ने भी उसी कंपनी से आईफोन-11 बुक करवाया, जिस कंपनी से करण ने करवाया था. ठगों ने करण की तरह ही हर्ष को भी अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए उसे चाइनीज फोन थमा दिया. हालांकि, हर्ष ने पार्सल डिलीवरी बॉय के सामने ही खोला, जिस पर डिलीवरी बॉय ने भी पार्सल में आईफोन न होकर नकली माल होने के बाद स्वीकार की.
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हालांकि, डिलीवरी बॉय रुपए लेकर वहां से चला गया और संबंधित कंपनी से इस बारे में बातचीत करने की नसीहत दे गया. जब इस बारे में हर्ष ने करण को बताया तब दोनों को उनके साथ हुई ठगी का एहसास हुआ और दोनों ने नाहरगढ़ रोड थाने पहुंच संबंधित कंपनी व पार्सल डिलीवर करने वाली कंपनी के खिलाफ (Cyber Fraud with Jaipur Students) शिकायत दर्ज करवाई. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.
सस्ते प्रोडक्ट के लालच में आकर ना बनें ठगी का शिकार...
इस तरह की साइबर ठगी के प्रकरणों में प्रायः देखने को मिलता है कि साइबर ठग यूथ को महंगे फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बेहद कम कीमत पर बेचने का लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं. उसके बाद उनसे राशि ठग कर फरार हो जाते हैं. ठगों द्वारा जिन बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करवाई जाती है वह तमाम बैंक खाते फर्जी केवाईसी पर ऑपरेट हो रहे होते हैं, जिसके चलते पुलिस ठगों तक नहीं पहुंच पाती है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और संबंधित कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या एप के जरिए ही प्रोडक्ट खरीदने चाहिए.