जयपुर. राजधानी में इन दिनों साइबर ठगों ने ठगी का एक नया तरीका इजाद किया है. जिसके तहत वह लोगों को यह मैसेज भेज रहे हैं कि 'आपका बिजली का बिल जमा नहीं है और आज रात को कनेक्शन काट दिया जाएगा'. इस तरह का मैसेज मोबाइल पर देखकर लोग तुरंत उस पर दिए हुए नंबर पर संपर्क कर रहे (Cyber fraud in Jaipur) हैं, और फिर ठगी का शिकार हो रहे हैं. पिछले 1 सप्ताह में इस तरह की आधा दर्जन शिकायतें सामने आ चुकी है. इस तरह के मामलों को देखते हुए जयपुर डिस्कॉम की ओर से सदर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई गई है. डिस्कॉम ने आमजनों से अपील की है, कि वह मोबाइल पर आने वाले इस तरह के मैसेज पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें. और अपने बिल की जानकारी डिस्कॉम के ऑफिशियल व्हाट्सएप हेल्पलाइन या फिर एप के जरिए ले.
इस तरह से बना रहे हैं लोगों को ठगी का शिकार: बिजली का बिल जमा नहीं होने और कनेक्शन काटने का भय दिखाकर ठगों ने दादी का फाटक निवासी विनोद कुमार शर्मा को मंगलवार अपनी ठगी का शिकार बनाया. इस मामले को लेकर विनोद कुमार शर्मा ने मुरलीपुरा थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.
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प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि मंगलवार दोपहर विनोद कुमार शर्मा के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें यह लिखा हुआ था कि आप का बिजली का बिल जमा नहीं होने के कारण आज रात 9:30 बजे तक बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. इस पर विनोद ने उस नंबर में दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, जिसमे यह बताया गया कि वह बिजली का बिल पहले ही भर चुके (Cyberfraud on Electricity Bill ) हैं. फोन उठाने वाले व्यक्ति ने अपना नाम अनंग सिंह बताया. फोन पर व्यक्ति ने यह कहा कि यदि आपने बिजली का बिल भर दिया है तो उसके लिए एक यूटीआर नंबर जनरेट करना पड़ेगा. जिसके बाद ही अकाउंट में बिजली का बिल जमा होना शो होगा और बिजली का कनेक्शन नहीं काटा जाएगा.
8.75 लाख रुपए का हुआ ट्रांजैक्शन: यूटीआर नंबर जनरेट करने के लिए अनंग सिंह नामक व्यक्ति ने परिवादी से उसका एटीएम कार्ड और ऑनलाइन बैंक की डिटेल मांगी, जो परिवादी ने उसे दे दी. उसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने परिवादी को डेढ़ घंटे तक फोन कॉल में व्यस्त रखा और प्रोसेस के विभिन्न चरणों के बारे में बताता रहा. शक होने पर जब परिवादी ने अपना बैंक स्टेटमेंट देखा तो खाते से 8.75 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन होना पाया गया. इस पर परिवादी ने जब दोबारा उस नंबर पर फोन लगाने का प्रयास किया तो वह नंबर स्विच (Cyberfraud on Electricity Bill ) ऑफ आया.
इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद परिवादी ने तुरंत बैंक जाकर अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवाया और इंटरनेट बैंकिंग की सेवा बंद करवाई. बैंक से खाते का स्टेटमेंट लेने के बाद पीड़ित ने पुलिस थाने पहुंच कर मामले की शिकायत दर्ज करवाई. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजैक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच करना शुरू किया है.