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Free Treatment in Rajasthan: निशुल्क इलाज के बाद SMS अस्पताल में मरीजों की भीड़, बीते महीने 2.50 लाख से अधिक मरीज पहुंचे - सरकारी अस्पताल में फ्री इलाज

प्रदेश की गहलोत सरकार ने आमजन को राहत देते हुए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज की घोषणा (Free Treatment in Rajasthan) की है. निशुल्क इलाज की घोषणा के बाद जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि (Crowd of patients in SMS Hospital) हुई है, जिसके बाद अस्पताल में क्राउड मैनेजमेंट एक चुनौती बन गया है.

Crowd Gathered at SMS hospital
निशुल्क इलाज के बाद S.M.S अस्पताल में मरीजों की भीड़
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Published : Jun 6, 2022, 7:09 AM IST

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने आमजन को राहत देते हुए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज की घोषणा (Free Treatment in Rajasthan) की है, जिसमें ओपीडी और आईपीडी शामिल है. ऐसे में प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें तो निशुल्क इलाज की घोषणा के बाद मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि (Crowd of patients in SMS Hospital) हुई है, जिसके बाद अस्पताल में क्राउड मैनेजमेंट एक चुनौती बन गया है.

जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में राजस्थान से ही नहीं बल्कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से भी मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं. हालांकि यह सिर्फ राजस्थान के स्थानीय निवासियों के लिए ही लागू होती है. ऐसे में निशुल्क इलाज के बाद एका एक अस्पताल में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने लगी है, और इसका कारण है अस्पताल की महंगी जांचो का निशुल्क हो जाना. जिसके बाद से मरीज निजी अस्पतालों का रुख नहीं करके एसएमएस अस्पताल पहुंच रहे हैं. जिसके चलते अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है.

Free Treatment in Rajasthan

पढ़ें. Sawai Mansingh Hospital: ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों का 3D मशीन से होगा इलाज, ऐसा करने वाला प्रदेश का पहला अस्पताल बना SMS

मई में 2.50 लाख से अधिक मरीज पहुंचे: आंकड़ों की बात करें तो निशुल्क इलाज की घोषणा से पहले अस्पताल में तकरीबन डेढ़ से दो लाख मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते थे, जिसमें ओपीडी और आईपीडी दोनों शामिल है. लेकिन अगर मई माह के आंकड़ों की बात करें तो, अस्पताल में तकरीबन 2.50 लाख से अधिक मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचे हैं. जिसके बाद भीड़ का मैनेजमेंट करना अस्पताल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती (Crowd Gathered at SMS hospital) बन गया है.

अस्पतालों को बजट जारी: मार्च के महीने में चिकित्सा विभाग ने सवाई मानसिंह अस्पताल में निशुल्क इलाज के लिए ड्राई रन शुरू किया था. 1 महीने तक चले ड्राई रन के बाद इसे पूर्ण रुप से लागू कर दिया गया. ऐसे में ओपीडी के साथ-साथ आईपीडी का इलाज भी निशुल्क हो गया, जिसमें महंगी जांचे भी शामिल है. आमतौर पर सीटी स्कैन और एमआरआई समेत अन्य जांचों के लिए प्राइवेट लैब और निजी अस्पताल मोटा पैसा चार्ज करते हैं. लेकिन सवाई मानसिंह अस्पताल में सभी तरह का इलाज और जांचे निशुल्क कर दी गई है. इसमे कैंसर सहित अन्य गंभीर बीमारीयों से जुड़ी जांच और इलाज (Crowd Gathered at SMS hospital) शामिल है.

इलाज के लिए बढ़ी वेटिंग: निशुल्क इलाज के बाद से अस्पताल में इलाज के लिए वेटिंग भी बढ़ गई है. इस मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा का कहना है कि, बजट घोषणा के बाद प्रदेश के सभी अस्पतालों में सभी प्रकार का इलाज निशुल्क कर दिया गया है. साथ ही अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि, कितनी भी महंगी दवाई हो उसे मार्केट से खरीदा जाए और मरीज को निशुल्क उपलब्ध करवाई जाए. वहीं इलाज में किसी तरह की कोई समस्या न आए इसके लिए सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल और सभी मेडिकल कॉलेज को बजट भी जारी कर दिया गया है.

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने आमजन को राहत देते हुए प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज की घोषणा (Free Treatment in Rajasthan) की है, जिसमें ओपीडी और आईपीडी शामिल है. ऐसे में प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें तो निशुल्क इलाज की घोषणा के बाद मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि (Crowd of patients in SMS Hospital) हुई है, जिसके बाद अस्पताल में क्राउड मैनेजमेंट एक चुनौती बन गया है.

जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में राजस्थान से ही नहीं बल्कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से भी मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं. हालांकि यह सिर्फ राजस्थान के स्थानीय निवासियों के लिए ही लागू होती है. ऐसे में निशुल्क इलाज के बाद एका एक अस्पताल में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने लगी है, और इसका कारण है अस्पताल की महंगी जांचो का निशुल्क हो जाना. जिसके बाद से मरीज निजी अस्पतालों का रुख नहीं करके एसएमएस अस्पताल पहुंच रहे हैं. जिसके चलते अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है.

Free Treatment in Rajasthan

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मई में 2.50 लाख से अधिक मरीज पहुंचे: आंकड़ों की बात करें तो निशुल्क इलाज की घोषणा से पहले अस्पताल में तकरीबन डेढ़ से दो लाख मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते थे, जिसमें ओपीडी और आईपीडी दोनों शामिल है. लेकिन अगर मई माह के आंकड़ों की बात करें तो, अस्पताल में तकरीबन 2.50 लाख से अधिक मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचे हैं. जिसके बाद भीड़ का मैनेजमेंट करना अस्पताल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती (Crowd Gathered at SMS hospital) बन गया है.

अस्पतालों को बजट जारी: मार्च के महीने में चिकित्सा विभाग ने सवाई मानसिंह अस्पताल में निशुल्क इलाज के लिए ड्राई रन शुरू किया था. 1 महीने तक चले ड्राई रन के बाद इसे पूर्ण रुप से लागू कर दिया गया. ऐसे में ओपीडी के साथ-साथ आईपीडी का इलाज भी निशुल्क हो गया, जिसमें महंगी जांचे भी शामिल है. आमतौर पर सीटी स्कैन और एमआरआई समेत अन्य जांचों के लिए प्राइवेट लैब और निजी अस्पताल मोटा पैसा चार्ज करते हैं. लेकिन सवाई मानसिंह अस्पताल में सभी तरह का इलाज और जांचे निशुल्क कर दी गई है. इसमे कैंसर सहित अन्य गंभीर बीमारीयों से जुड़ी जांच और इलाज (Crowd Gathered at SMS hospital) शामिल है.

इलाज के लिए बढ़ी वेटिंग: निशुल्क इलाज के बाद से अस्पताल में इलाज के लिए वेटिंग भी बढ़ गई है. इस मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा का कहना है कि, बजट घोषणा के बाद प्रदेश के सभी अस्पतालों में सभी प्रकार का इलाज निशुल्क कर दिया गया है. साथ ही अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि, कितनी भी महंगी दवाई हो उसे मार्केट से खरीदा जाए और मरीज को निशुल्क उपलब्ध करवाई जाए. वहीं इलाज में किसी तरह की कोई समस्या न आए इसके लिए सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल और सभी मेडिकल कॉलेज को बजट भी जारी कर दिया गया है.

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