जयपुर. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास शुक्रवार को ESI अस्पताल में निरीक्षण के लिए पंहुचे. जहां मरीजों को भर्ती के लिए की गई व्यवस्थाओं को देखकर अचंभित रह गए, जिसके बाद मंत्री ने कोविड सेंटर के इंचार्ज को सुविधाएं बढ़ाने और अस्पताल में आने वाले मरीजों को इलाज देने के निर्देश दिए.
इस दौरान मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, कोरोना मरीजों को इलाज के लिए हमने मरीज भेजे. लेकिन बिना मरीज को देखे यहां से भेज दिया गया. ऐसी स्थिति मिलने के बाद आज दौरा किया. डॉक्टरों से मांग है, यदि आपके पास संसाधन कम है तो सरकार को बताएं, लेकिन ऐसे मरीजों को मरते हुए न छोड़े. यदि यहां व्यवस्था नहीं होती है तो प्राथमिक उपचार के बाद मरीज को SMS भेजो.
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वहीं प्रताप सिंह खाचरियावास ने निजी अस्पतालों द्वारा इलाज के नाम पर कर रहे लूट को लेकर कहा, निजी अस्पताल तय सरकारी रेट पर इलाज करें. साथ ही मरीज की स्थिति और अपने संसाधनों को देखकर मरीजों को सही इलाज करें. यदि कोई गलत करता हुआ पाया गया तो उस पर कठोर कार्रवाई की जा सकती है.
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निरीक्षण के दौरान चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने स्थिति देखकर अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों को निर्देश देते हुए कहा, मरीज के आते ही ऑक्सीजन देने का काम करें. यदि मरीज भर्ती होने की स्थिति में है और बेड नहीं है तो उसे प्राथमिक उपचार के बाद SMS रेफर करें. अभी 200 बेड पर इलाज हो रहा है, जल्द ही 300 बेड कर दिए जाएंगे.
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ESI अस्पताल में ऑक्सीजन और बेड की कमी को देखते हुए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अस्पताल में 20 ऑक्सीजन कंसट्रेटर उपलब्ध कराए. इसको लेकर चिकित्सा मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा, अब कोई भी कोविड- 19 डेडीकेटेड अस्पताल मरीजों के इलाज को लेकर मना नहीं कर सकेगा.