जयपुर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इस बार दसवीं कक्षा में नई किताब राजस्थान का इतिहास और संस्कृति पढ़ाएगा, लेकिन स्कूल खुलने से पहले इस किताब के बाजार में आने के साथ ही विवाद खड़े हो गए हैं. इस किताब में महाराणा उदय सिंह को बनवीर का हत्यारा बताया गया है. किताब के पहले अध्याय में राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश का परिचय दिया गया है. जिसमें पेज नंबर 11 पर लिखा है कि 1537 ई में उदय सिंह का राज्याभिषेक हुआ.
जिसके बाद 1540 ई में मावली के युद्ध में उदय सिंह ने मालदेव के सहयोग से बनवीर की हत्या कर मेवाड़ की पैतृक सत्ता प्राप्त की थी. 1559 में उदयपुर में नगर बसाकर राजधानी बनाया. वहीं पेज नंबर 12 पर हल्दीघाटी के नामकरण को लेकर अजीबो-गरीब तर्क लिखा गया है. डॉ. महेंद्र भानावत की किताब अजूबा भारत के हवाले से लिखा गया है कि हल्दीघाटी नाम हल्दी रंगी मिट्टी के कारण नहीं पड़ा, ऐसी मिट्टी यहां है भी कहां. यहां तो लाल, पीली और काली 3 रंगों वाली मिट्टी है. फिर हल्दीघाटी नाम क्यों दिया गया. इसका एकमात्र कारण ये है कि यहां हल्दी चढ़ी कई नव विवाहिताएं पुरुष वेश में लड़ मरीं थी.
इसके अलावा इसी पेज पर हकीम खान सूर के सामने मुगल सेना का नेतृत्वकर्ता जगन्नाथ कच्छावाहा को बताया है. जबकि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की किताब 'भारत का इतिहास' में लिखा गया है कि मुगल सेना का नेतृत्व राजा मान सिंह ने किया था. ऐसे में एक ही बोर्ड में दो अलग-अलग किताबों में अलग-अलग तथ्य लिखे गए हैं.
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हल्दीघाटी का युद्ध
हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून 1576 को मेवाड़ के महाराणा प्रताप का समर्थन करने वाले घुड़सवारों और धनुर्धारियों और मुगल सम्राट अकबर की सेना के बीच लड़ा गया था. जिसका नेतृत्व आमेर के राजा मान सिंह प्रथम ने किया था. लड़ाई का स्थल राजस्थान के गोगुन्दा के पास हल्दीघाटी में एक संकरा पहाड़ी दर्रा था.