जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी 6 में से 4 में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद तीन ही जिला प्रमुख बना पाई. जिसके पीछे कारण कांग्रेस के ही आंतरिक कलह को माना जा रहा है. लेकिन मंगलवार को हुए उप जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने कल यानी 6 सितंबर को हुए नुकसान की कुछ भरपाई जरूर कर दी है. जहां सोमवार को कांग्रेस पार्टी को 6 में से 3 जिला प्रमुख मिले थे तो आज उप जिला प्रमुख के मामले में कांग्रेस पार्टी कहीं आगे निकल गई है.
आज 6 में से 5 जिला प्रमुख कांग्रेस ने बनाए हैं. जयपुर के जिला प्रमुख को लेकर मात खाई कांग्रेस ने आज उप जिला प्रमुख कांग्रेस का बनाया, तो प्रभारी गोविंद मेघवाल और पर्यवेक्षक मुमताज मसीह कांग्रेस के नए उप जिला प्रमुख मोहन डागर के साथ ही सभी जिला परिषद के सदस्यों को लेकर सीधे गोविंद डोटासरा के पास पहुंचे. उप जिला प्रमुख मोहन डागर ने भी गोविंद डोटासरा के चरण स्पर्श कर उनसे आशीर्वाद लिया.
इसके बाद गोविंद डोटासरा ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि मारवाड़ी में कहावत है, 'चोरी की चीज से कभी बरकत नहीं होती है.' भाजपा ने जिस तरह सोमवार को प्रजातंत्र का चीर हरण किया और जयपुर जिला प्रमुख बनाने में और जो खुशियां मनाई. उसकी हकीकत आज सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का षड्यंत्र कर जयपुर में जिला प्रमुख भाजपा ने बनाया और लोकतंत्र का चीर हरण किया, आज राजस्थान की जनता के जो मन में था वही नतीजे सामने आए हैं.
डोटासरा ने कहा कि 6 में से 5 जिला प्रमुख कांग्रेस के बने जो कांग्रेस की बड़ी जीत है. उन्होंने कहा कि भाजपा टूट चुकी है यह आज जयपुर में भी दिखाई दिया और भरतपुर में भी. जहां भरतपुर में भाजपा के प्रत्याशी वोट डालने ही नहीं गए. उन्होंने कहा कि RSS कभी चुनाव में इस तरह भाग नहीं लेता है, केवल सत्ता में हिस्सेदारी लेता है, उसका नमूना भी आज देखने को मिल गया है. जब भरतपुर उप प्रमुख के चुनाव में बिना जिला परिषद मेंबर को पूछे आरएसएस ने फैसला किया, जिसे जनप्रतिनिधियों ने नहीं माना. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी पंचायती राज को और मजबूत करेगी और ढाई साल बाद कांग्रेस की सरकार फिर से बनेगी. क्योंकि जो भाजपा अपना घर नहीं संभाल सकती वह प्रदेश को क्या संभालेगी.