जयपुर. कांग्रेस पार्टी राजस्थान में मेनिफेस्टो इंप्लीमेंटेशन कमेटी बनाएगी. प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की देखरेख में यह कमेटी बनेगी. जिसका काम विधानसभा चुनाव में जनता से किए गए वादे कितने पूरे हुए और कहां काम करने की जरूरत है, उनका अवलोकन करना होगा. इसका सुझाव कमेटी सरकार और संगठन को देगी. ताकि चुनावी घोषणा पत्र को जल्द ही अमली जामा पहनाया जा सके.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी और साफ है कि विधानसभा चुनाव में जीत का एक बड़ा आधार वह वादे भी रहे, जो कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में जनता से किए थे. अब सरकार को बने 9 महीने का समय हो चुका है. ऐसे में कांग्रेस ने अपने चुनावी वादों को अमलीजामा पहनाना शुरू भी कर दिया है. चाहे किसानों की कर्ज की माफी की बात हो या फिर अन्य वादे एक-एक करके कांग्रेस ने पूरा करने का प्रयास कर रही है.
वादे संगठन की ओर से किए गए थे. ऐसे में संगठन की भी जिम्मेदारी है कि वह देखें कि चुनावी वादों के क्या हालात हैं. ऐसे में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे खुद अपने स्तर पर यह देख रहे हैं कि सरकार बनने के बाद क्या चुनावी घोषणा पत्र के वादे पूरे हुए और क्या वादे अब तक अधूरे हैं.
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राजस्थान में एक मेनिफेस्टो इंप्लीमेंटेशन कमेटी भी बनने जा रही है. यह कमेटी देखेगी की चुनावी घोषणा पत्र के वादों की क्या स्थिति है और इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सरकार और प्रदेश कांग्रेस को बताएंगे. मेनिफेस्टो पूरा करने में क्या कमियां बची है और क्या वादे पूरे हो गए हैं. यह कमेटी सत्ता और संगठन के सामंजस्य के लिए बनाई जाने वाली को-आर्डिनेशन कमेटी के साथ ही बनाई जाएगी.