उदयपुर. राजस्थान में 4 राज्यसभा सीटों पर मुकाबला काफी रोचक हो गया है. भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के मैदान में उतरने के बाद सियासी दांवपेच तेज हो गया है. कांग्रेस ने अपने विधायकों को बचाए रखने के लिए उदयपुर में बाड़ेबंदी कर रखी है. इस बीच मंगलवार को कांग्रेस के (Congress Rajya Sabha candidate Pramod Tiwari ) राज्यसभा प्रत्याशी प्रमोद तिवारी देव दर्शन के लिए हनुमान जी के मंदिर पहुंचे. उन्होंने भगवान की विशेष पूजा-अर्चना की, इस दौरान उनकी पत्नी भी मौजूद रही. इस दौरान प्रमोद तिवारी ने ईटीवी भारत (exclusive conversation with ETV Bhara) से बातचीत करते हुए जीत का दावा किया.
प्रमोद तिवारी ने निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा और भाजपा पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि भगवान के दर्शन के लिए 'मैं हर बार मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी के मंदिर जाता हूं'. ऐसे में कभी कभार भगवान से कुछ ऐसा भी मांगना चाहिए जो बहुत जरूरी हो. राज्यसभा प्रत्याशी प्रमोद तिवारी ने कहा कि अपनी जीत को लेकर पूर्ण विश्वास है. उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले जरूर स्थिति अलग थी. लेकिन अब तो एक तरफा कांग्रेस जीत रही है. उन्होंने कहा कि 126 विधायक हमारे साथ हैं. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो भाजपा अपने पास विधायक होने का विश्वास जता रही है. भाजपा के पास विधायकों का आंकड़ा भी नीचे चला जाएगा.
अब मुकाबला भाजपा का खुद से हैः कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी ने कहा कि अब भाजपा का मुकाबला (Pramod Tiwari targets BJP) कांग्रेस से नहीं बल्कि खुद भाजपा से ही है. ऐसे में युद्ध भाजपा के अंदर हो रहा है. घनश्याम तिवाड़ी चुनाव जीते या सुभाष चंद्रा इसे लेकर मुकाबला हो रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवार हमारे विधायकों को देखने की हिमाकत भी नहीं कर सकते. क्योंकि वे खुद ही डगमगा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने सुभाष चंद्रा पर हमला बोलते हुए कहा कि वे राजस्थान की वीरों की धरती पर खरीदारी के लिए आए थे.
इससे पहले भी राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश के दौरान विधायकों को खरीदने की कोशिश की थी.लेकिन वह कोशिश फेल हो गई. तिवारी ने कहा कि जब भाजपा के लोग नहीं खरीद पाए तो यह क्या खरीदेंगे. निर्दलीय उम्मीदवार पर ईडी और राज्यसभा चुनाव में गफलत करने के आरोपों लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि जब पिछला चुनाव उन्होंने हरियाणा से लड़ा तो हरियाणवी हो गए थे. राजस्थान आए हैं तो यहां पर राजस्थानी बनने की कोशिश कर रहे है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की गई तो, ऐसे लोगों को कानून के शिकंजे में जाना पड़ेगा.