जयपुर. कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया जा चुका है. अगर चुनाव में एक ही नामांकन आता है, तो 30 सितंबर तक तस्वीर साफ हो जाएगी अन्यथा 19 अक्टूबर तक इंतजार करना होगा. वहीं, चर्चाओं का बाजार गर्म है कि इस बार कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष राजस्थान से भी हो सकता है. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सबसे ऊपर (Gehlot name for Congress President) है. लेकिन मुद्दे की बात यह है कि इस चुनाव में वोट करने वाले राजस्थान के पीसीसी मेंबर्स की अब तक घोषणा नहीं हुई है. यहां तक की राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए जरूरी एआईसीसी सदस्यों के नाम भी अब तक घोषित नहीं किए गए (PCC and AICC members list not out) हैं.
हालांकि, पार्टी की ओर से लगातार यह कहा जा रहा है कि बंद लिफाफे में लिस्ट बनाकर राजस्थान के चुनाव अधिकारी संजय निरुपम को भेज दी गई है. लेकिन चुनाव में महज 12 दिन का समय होने के बावजूद अब तक राजस्थान से पीसीसी मेंबर और एआईसीसी मेंबर्स के नाम की घोषणा नहीं की गई है. यानी कि न तो अब तक राजस्थान के नेताओं को यह पता है कि वह वोट देने के लायक हैं या नहीं और ना ही किसी चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता को यह पता है कि वह एआईसीसी मेंबर बना है या नहीं.
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मेंबरशिप फीस के लिए विधायकों-मंत्रियों से तकाजा : आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी में पीसीसी मेंबर के चुनाव करवाए गए थे. इन चुनाव का आधार बना था कांग्रेस की मेंबरशिप. नवंबर 2021 से शुरू हुई मेंबरशिप अप्रैल महीने तक चली. राजस्थान कांग्रेस की ओर से 35 लाख ऑफलाइन और ऑनलाइन मेंबर बनाने के दावे भी किए गए. मेंबरशिप भले ही हो गई हो, लेकिन हर मेंबर की ओर से दी जाने वाली 5 रुपए की साधारण मेंबरशिप फीस भी अब तक बड़ी संख्या में कांग्रेस मुख्यालय में जमा नहीं हुई है.
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इसे लेकर लगातार विधायकों और सदस्यता करवाने वाले नेताओं से बात भी की जा रही है, लेकिन बार-बार तकाजा करने के बावजूद यह पैसा जमा नहीं हुआ है. हालात यह हैं कि प्रदेश कांग्रेस में बूथ लेवल से लेकर ब्लॉक जिला और प्रदेश लेवल पर विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ने के लिए भी कार्यकर्ताओं को 100 रुपए का शुल्क जमा करवाना होता है. लेकिन चुनाव हो चुके हैं और कई जगह अब तक यह शुल्क नहीं जमा हो सका है .
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पायलट-गहलोत गुटों के बीच चल रहा शीत युद्ध भी एक कारण : पार्टी के नेताओं की ओर से कहा जा रहा है और खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी कह चुके हैं कि उन्होंने चुनाव करवा दिए हैं. लिस्ट राजस्थान के संगठन चुनाव प्रभारी संजय निरुपम को भेज दी गई है. लेकिन अब तक न तो ब्लॉक अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, पीसीसी और एआईसीसी मेंबर के नाम जारी किए गए हैं और न ही यह कब जारी होंगे, इसकी कोई सूचना है. अब यह भी कहा जा रहा है कि नाम तो फाइनल कर लिए गए हैं, लेकिन अगर नाम आते ही किसी गुट के नेताओं की संख्या कम हुई तो विवाद होने की आशंका हो सकती है. ऐसे में विवाद की आशंका को रोकने के लिए नाम गुप्त रखे जा रहे हैं.