जयपुर. गहलोत सरकार की ओर से की गई राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इन राजनीतिक नियुक्तियों में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है और SC-ST वर्ग को भी तवज्जो दी गई है.
सोलंकी ने पीसीसी चीफ के घर पर कालिख पोतने की भी निंदा की है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए. विधानसभा कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे सोलंकी ने गुरुवार को मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही. बोर्ड और निगमों में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सोलंकी ने कहा कि लंबे समय से सभी लोग राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे थे. इन नियुक्तियों में सभी समाज और वर्गों का ध्यान रखा गया है. इसके लिए उन्होंने हाईकमान और मुख्यमंत्री का भी आभार जताया. उन्होंने उम्मीद जताई कि 2 साल का कार्यकाल बचा है, इसमें बोर्ड और निगम अच्छा कार्य करेंगे.
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उन्होंने कहा (Ved Prakash Solanki on political appointments) कि आज तक के इतिहास में एससी-एसटी को इतना प्रतिनिधित्व नहीं मिला है. प्रभारी अजय माकन ने पायलट साहब और अन्य वरिष्ठ नेताओं को समायोजित कर सबकी बात सुनकर अच्छा निर्णय लिया है. सोलंकी ने पूर्व शिक्षा मंत्री डोटासरा के घर युवा मोर्चा की ओर से किये गए काले कारनामे की निंदा की. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं के लिए भारतीय जनता पार्टी को माफी मांगी चाहिए. धरना प्रदर्शन करने की जगह धरना प्रदर्शन करें. किसी के घर जाकर इस तरह की घटनाएं नहीं करनी चाहिए. यदि इस तरह से निजी घरों में जाकर विरोध करेंगे, तो आने वाले समय में कांग्रेस को भी इस तरह के काम करने पड़ेंगे.
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राजनीतिक नियुक्तियों में पायलट कैंप के लोगों को कम प्रतिनिधित्व मिलने के सवाल पर सोलंकी ने कहा कि सभी लोगों को समान रूप से प्रतिनिधित्व दिया गया है. आने वाले समय में और भी लोगों को एडजस्टमेंट किया जाएगा. जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी के लिए दिन-रात काम किया है, उन लोगों को राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्टमेंट किया गया है. रीट प्रकरण को लेकर सोलंकी ने कहा कि एसओजी इसकी जांच कर रही है. आने वाले समय में दूध का दूध पानी पानी हो जाएगा. राजनीतिक नियुक्तियों में 11 विधायकों को लाभ का पद दिए जाने के सवाल पर सोलंकी ने कहा कि सभी नियुक्तियां लीगल प्रोसेस के अनुसार ही की गई होगी.