जयपुर. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशों पर राजस्थान कांग्रेस की ओर से शुक्रवार 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस मनाया गया. 11 बजे से 2 तक हुए इस कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने पहले सिविल लाइन फाटक पर सभा की. जिसके बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से राजभवन का सांकेतिक रूप से घेराव किया गया.
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, ऐसे में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कांग्रेस पार्टी केवल सांकेतिक रूप से ही राजभवन का घेराव कर सकती थी और यही कांग्रेस पार्टी के नेताओं और मंत्रियों ने किया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शामिल नहीं हुए और इसका कारण भी यही माना जा रहा है कि सरकार के मुखिया होने के नाते उनकी जिम्मेदारी कानून-व्यवस्था बनाए रखने की होती है.
ऐसे में वह खुद राजभवन के घेराव में पद पर होने के चलते नहीं जा सकते थे. राजभवन के सांकेतिक घेराव के लिए प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, राज्यसभा सांसद नीरज डांगी समेत कांग्रेस के विधायक और नेता मौजूद रहे.
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हालांकि, आज होने वाले राजभवन के राव कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी अजय माकन को भी मौजूद रहना था, लेकिन वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके. वहीं, प्रदेश के मुखिया सीएम गहलोत में इस प्रदर्शन में नहीं आ सके. दरअसल, राजभवन का घेराव कार्यक्रम पूरे देश में आईसीसी की ओर से किया जा रहा है.