जयपुर. राजस्थान में दो विधानसभा सीटों वल्लभनगर और धरियावद में 30 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं. साथ ही अलवर और धौलपुर में 22 प्रधान, उपप्रधान और दो जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख के लिए चुनाव भी 30 अक्टूबर को ही होने जा रहे हैं.
दोनों चुनाव में कांग्रेस पार्टी की रणनीति बागियों को लेकर अलग-अलग है. उपचुनाव वाली सीट पर अगर कोई बगावत करता है या फिर पार्टी विरोधी गतिविधि भी करता है तो उसके ऊपर अनुशासन का डंडा चलेगा. उसे पार्टी बाहर का रास्ता दिखाएगी. लेकिन बागियों पर ऐसी कार्रवाई धौलपुर और अलवर में होने वाले पंचायत समिति सदस्यों और जिला परिषद सदस्यों के चुनाव में नहीं होगी.
पार्टी ने तय किया है कि पंचायती राज चुनाव में दोनों जिलों में जो नेता बगावत कर रहे हैं, उन्हें 11 अक्टूबर तक तो नाम वापस करवाने का प्रयास किया जाएगा. लेकिन अगर कोई नेता उसके बावजूद चुनाव लड़ता है तो भी पार्टी उस पर कार्रवाई नहीं करेगी, बल्कि अगर वह चुनाव जीत जाता है तो उसे गले लगाएगी.
अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग पर मौन व्रत-राजभवन घेराव
लखीमपुर खीरी में हुई किसानों पर हिंसा के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के इस्तीफे की मांग की है. कांग्रेस ने अजय मिश्रा को मंत्री पद से हटाने की मांग की है. इस मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी पूरे देश में 11 अक्टूबर को मौन व्रत और राज भवनों का घेराव करेगी. राजस्थान में भी 11 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 1बजे तक कांग्रेस के नेता मौन व्रत करेंगे.
इसके बाद कांग्रेस के नेता राजभवन का घेराव करेंगे. राजधानी जयपुर में 11 अक्टूबर को होने वाले इस मौन व्रत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत मंत्री, विधायक और कांग्रेस के बड़े नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे.