जयपुर. कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर से ठीक पहले (Congress Chintan Shivir in Udaipur) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक बड़ा बयान दिया है. गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए पूनिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास मुख्यमंत्री गहलोत का जो इस्तीफा रखा है, यदि उदयपुर में आकर सोनिया जी उसे मंजूर कर लें तो राजस्थान का भला हो सकता है. पूनिया ने कहा कि जिन परिस्थितियों से राजस्थान गुजर रहा है, उसका जवाब तो सोनिया, प्रियंका और राहुल गांधी को प्रदेश के आवाम को देना ही होगा.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में गुरुवार को मीडिया से रू-ब-रू होते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ के लगाए (Rajasthan Political Update) आरोपों पर बोलते हुए कहा कि बेशक मुख्यमंत्री आरोप भाजपा पर लगा रहे हैं, लेकिन वे पहले अपने गिरेबान में भी झांक कर देखें. उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो मौजूदा हिंसा और अराजकता का माहौल बना है, उसके लिए उनका कमजोर शासन जिम्मेदार है.
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस चिंतन शिविर ऐसी परिस्थितियों में हो रहा है, जब राजस्थान में पानी के लिए त्राहि-त्राहि है. बिजली के लिए मारामारी है, अस्पताल बीमार हैं, स्कूल लाचार हैं और अपराध बेलगाम है. ऐसी स्थिति में राजस्थान की जनता सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से जवाब तो चाहेगी ही. पूनिया ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ रहे उत्पीड़न और अत्याचार की जो स्थिति है, उस पर भी सोनिया और प्रियंका गांधी को जवाब देना चाहिए.
कांग्रेस की कौन सी लैब है, जिसमें अपराधी गिरफ्तार होते ही कोरोनाग्रस्त हो जाता है : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने हाल ही में गिरफ्तार हुए कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा के कोरोना पॉजिटिव होने पर भी व्यंगात्मक कटाक्ष किया. पूनिया ने कहा कि (BJP State President Big Statement) आखिर कांग्रेस की यह कौन सी लैब है, जिसमें अपराधी गिरफ्तार होता है तो वो कोरोनाग्रस्त हो जाता है और फिर बाद में क्वॉरेंटाइन कर दिया जाता है. पूनिया ने कहा कि गिरफ्तारी से पहले गिर्राज मलिंगा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिले थे. ऐसे में गहलोत को चाहिए कि कम से कम 7 दिन वे भी क्वारेंटाइन रहें, क्योंकि चिंतन शिविर के दौरान वो सोनिया गांधी और कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं से मिलेंगे. जिससे पूरे कांग्रेस को ही कोरोना होने की संभावना रहेगी.