जयपुर. सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद भाजपा के नेता और कार्यकर्ता खुद को सक्रिय कार्यकर्ता की श्रेणी में शामिल कराने की कवायद में जुट गए हैं. मीडिया से बात करते हुए बुधवार को सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय सह संयोजक अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि इसके लिए कुछ मापदंड निर्धारित किये गए हैं, जिन्हें कार्यकर्ताओं को पूरे करने होंगे.
सक्रिय सदस्य बनने के यह हैं मापदंड...
पार्टी के सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय सह संयोजक अरुण चतुर्वेदी के अनुसार 31 अगस्त तक जो नेता व कार्यकर्ता सक्रिय कार्यकर्ता की श्रेणी में आना चाहते हैं, उन्हें आवेदन करना होगा. यह आवेदन संबंधित जिला अध्यक्ष के समक्ष किया जा सकता है. उनके अनुसार सक्रिय सदस्य बनने के चार निर्धारित मापदंड हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद ही कोई भी भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय सदस्य बन सकता है.
इसमें पहली शर्त यह है कि आवेदन करने वाले कार्यकर्ता ने कम से कम 25 नए सदस्य पार्टी के लिए बनाए हों. दूसरी शर्त यह है कि वो सालभर में कम से कम 7 दिन पूरी तरह पार्टी के काम में या अभियान में जुटा हो और तीसरी शर्त उस कार्यकर्ता ने पार्टी की निर्धारित आर्थिक सहयोग राशि जमा कराई हो. वहीं, चौथी शर्त के तहत उस कार्यकर्ता के ऊपर पार्टी का कोई बकाया ना हो. हालांकि चौथा मापदंड पार्टी की ओर से घोषित नहीं है, लेकिन सक्रिय सदस्य के लिए आवेदन के दौरान इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाता है कि संबंधित आवेदनकर्ता के ऊपर पार्टी का कोई बकाया ना हो.
प्रदेश भाजपा इकाई यह मान कर चल रही है कि इस बार सक्रिय सदस्यों की संख्या एक लाख से अधिक रह सकती है. क्योंकि पार्टी से जुड़े तमाम पदाधिकारी और निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ ही आगामी संगठन चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ता भी सक्रिय सदस्य होना जरूरी है. लिहाजा यह सभी नेता व पदाधिकारी सक्रिय सदस्य के लिए आवेदन करेंगे. सक्रिय सदस्य के लिए 31 अगस्त तक प्राप्त आवेदनों के सत्यापन का काम सितंबर से शुरू होगा और प्राप्त हुए आवेदनों की जांच होगी. सत्यापन के काम के लिए पार्टी की ओर से जिला और प्रदेश स्तर पर भी सत्यापन समितियों की घोषणा की जा चुकी है.