जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल के आवासों के साथ-साथ अब दुकान और दुकानों के भूखंड खरीदने में भी लोगों का रुझान देखने को मिल रहा है. मंडल ने बुधवार को 286 संपत्तियां बेचकर 41 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया. इनमें 185 व्यवसायिक संपत्तियों से 26 करोड़ 57 लाख रुपए का राजस्व मिला. तो वहीं 101 आवासीय संपत्तियां बेचकर 14 करोड़ 25 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया.
राजस्थान आवासन मंडल द्वारा स्वरोजगार के लिए लांच की गई अपनी दुकान अपना व्यवसाय योजना के तहत चिन्हित की गई, 1681 व्यवसायिक संपत्तियों में से पहले बुधवार को 185 संपत्तियां बिकी. जिससे आवासन मंडल को 26 करोड़ 57 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि इस योजना में निर्मित दुकान और व्यवसायिक भूखंडों को ईबिड सबमिशन और ई ऑक्शन के माध्यम से बेचा जा रहा है. ईबिड सबमिशन के तहत 27 वर्ग मीटर तक की 172 व्यवसायिक संपत्तियां खरीदने में जयपुर के अलावा कोटा, बीकानेर, उदयपुर और अलवर में भी लोगों ने रुचि दिखाई.
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वहीं जोधपुर की मधुबनी योजना में 9 वर्ग मीटर की एक दुकान 8 गुना कीमत पर बिकी. इसके अलावा 27 मीटर से अधिक की 13 संपत्तियों को ई ऑक्शन के माध्यम से बेचा गया. प्राइम लोकेशन पर होने के चलते इन संपत्तियों को लोगों ने दो से तीन गुना दरों पर भी खरीदा. वहीं बुधवार नीलामी उत्सव के तहत सभी को किस्तों में आवास योजना में इस बुधवार 101 आवासीय संपत्तियां बिकी, जिससे मंडल को 14 करोड़ 25 लाख रुपए का राजस्व मिला. जानकारी के अनुसार ये संपत्तियां जयपुर, जोधपुर के अलावा कोटा, बीकानेर, उदयपुर और अलवर में भी बिकी.