जयपुर. गुर्जर नेता स्वर्गीय कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के निधन के साढ़े 4 माह बाद अब उनके अस्थि कलश विसर्जन की यात्रा निकाली जाएगी. 17 अगस्त को खेतड़ी के राजोता स्टेडियम से इसकी शुरुआत होगी, जो 10 सितंबर को पुष्कर पहुंचेगी जहां अस्थि कलश का विसर्जन किया (Asthi kalash Yatra of Kirodi Bainsla) जाएगा. खास बात यह है कि यह अस्थि कलश यात्रा उन 75 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी जो गुर्जर व एमबीसी बाहुल्य हैं.
25 दिन में 75 विधानसभा क्षेत्र से गुजरेगी अस्थि कलश यात्रा : बैंसला के पुत्र विजय बैंसला के अनुसार 17 अगस्त से शुरू होने वाली यह अस्थि कलश यात्रा 10 सितंबर तक चलेगी. मतलब 25 दिन के दौरान करीब 75 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा. यह वो विधानसभा क्षेत्र हैं जहां गुर्जर समाज के साथ ही एमबीसी में आने वाली पांचों जातियों के मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है. विजय बैंसला बताते हैं कि स्वर्गीय कर्नल बैंसला ने समाज के लिए बहुत कुछ किया. खास तौर पर महिला शिक्षा और जागृति के लिए उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है. ऐसे में जो ग्रामीण लोग कर्नल बैंसला की शव यात्रा या अंत्येष्टि में शामिल नहीं हुए थे उनके लिए अब स्वर्गीय बैंसला के अस्थि कलश यात्रा उन गांव तक जाएगी ताकि लोग उसके दर्शन कर सकें.
पढ़ें: पिता से किया वादा निभाएंगे बेटे विजय, पिता कर्नल बैंसला की निकलेगी अस्थि कलश यात्रा
राजनीतिक दृष्टि से जागृत करने का काम : कर्नल बैंसला गुर्जर समाज के बड़े नेता थे. जिन्होंने समाज को उसके आरक्षण का हक दिलाने के लिए सड़क से लेकर रेल की पटरियों और तक बड़ा आंदोलन चलाया. मतलब समाज में सामाजिक क्रांति लेकर आए राजनीतिक रूप से भी समाज को मजबूत करना चाहते थे. यही कारण है कि कर्नल बैंसला ने लोकसभा का चुनाव भी लड़ा और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता भी ली थी. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कर्नल बैंसला के अस्थि कलश यात्रा के जरिए गुर्जर व एमबीसी समाज को राजनीतिक दृष्टि से जागृत करने का काम भी किया जाएगा. ताकि साल 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव तक यह समाज भी राजनीतिक दृष्टि से खुद को मजबूत करने की स्थिति में आ सके.
पढ़ें: अंतिम समय तक योद्धा की तरह लड़ते रहे कर्नल बैंसला...गुड हेल्थ, गुड एजुकेशन के मंत्र से कौम को जगाया
यह रहेगा रूट चार्ट:
17 अगस्त: राजोता स्टेडियम, खेतड़ी, उदयपुरवाटी, नीम का थाना कोटपुतली (रात्रि विश्राम कोटपुतली)
18 अगस्त : कोटपुतली, बानसूर, नारायणपुर, थानागाजी, भर्तरि चौराहा- नटनी का बारा बांदीकुई - सिकंदरा (रात्रि विश्राम सिकंदरा)
19 अगस्त: सिकंदरा पीपलखेड़ा-पाटोली महुवा खेडली मोड़, कठूमर नगर, आदिबद्री धाम (रात्रि विश्राम आदिबद्री धाम)
20 अगस्त: आदिबद्रीधाम, डीग कुम्हेर, भरतपुर, सेवर उच्चैन, बयाना, पीलूपुरा (रात्रि विश्रामः पीलूपुरा)
21 अगस्त: पीलूपुरा, बयाना बंद बरेठा बाही, बाबू महाराज धूम (रात्रि विश्राम बाबू महाराज धूम)
22 अगस्त : बाबू महाराज धूम, नादनपुर चौकी मासलपुर खेड़ा, मंडीली, करौली, गुहला गढ़ (रात्रि विश्राम गुहला गढ़)
23 अगस्त: गुहला गढ़, खेड़ा जमालपुर श्री महावीरजी कैमरी, नदौती गंगापुर (रात्रि विश्राम गंगापुर)
24 अगस्त: गंगापुर, मलारना स्टेशन, सवाई माधोपुर (रात्रि विश्राम सवाई माधोपुर)
25 अगस्त: सवाई माधोपुर, कुशाली दर्राह खिरनी (रात्रि विश्राम खिरनी)
26 अगस्त: खिरनी, दतवास, कौथून, वनस्थली, देवधाम जोधपुरिया (रात्रि विश्राम जोधपुरिया )
27 अगस्त: देवधाम जोधपुरिया निवाई, टोंक उनियारा, नैनवा, हिंडोली ( रात्रि विश्राम हिंडोली)
28 अगस्त: हिंडोली-बूटी कोटा (रात्रि विश्राम कोटा)
29 अगस्त : कोटा, बारां, छाबड़ा, एकलेरा, झालावाड़ (रात्रि विश्राम झालावाड़ )
30 अगस्त : झालावाड़ - सुकेत, रामगंजमंडी, रावतभाटा - बेगू (रात्रि विश्राम बेंगू )
31 अगस्त: बेगूं बिजोलियां चितौह - मावली चार भुजा (रात्रि विश्राम चार भुजा)
पढ़ें: पंचतत्व में विलीन हुए कर्नल बैंसला, अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
01 सितंबर : चारभुजा, नाथद्वारा, एकलिंगनाथ, गोगुन्दा पिंडवारा, सिरोही (रात्रि विश्राम सिरोही)
02 सितंबर : सिरोही-रामसीन, भीनमाल, रानीवाड़ा, सांचोर (रात्रि विश्राम सांचोर )
03 सितंबर : सांचोर, गुडामलानी, सिणधरी (रात्रि विश्राम सिणधरी)
04 सितंबर : सिणधरी, सिवाणा, पाली, सोजत, जैतारण (रात्रि विश्राम जैतारण )
05 सितंबर : जैतारण, रास मेड़ता सिटी, डेगाना, परबतसर (रात्रि विश्राम परबतसर )
06 सितंबर: परबतसर, रूपनगढ़, किशनगढ़, दूदू (रात्रि विश्राम दूदू)
07 सितंबर: दूदू, डिग्गी, मालपुरा, सरवाह (रात्रि विश्राम सरवाह )
08 सितंबर: सरवाड़, केकड़ी, जहाजपुर, शाहपुरा, मांडल, आसींद (रात्रि विश्राम आसींद)
09 सितंबर: आसींद, मालासेरी, डूंगरी, रामगढ़, देवमाली (रात्रि विश्राम देवमाली)
10 सितंबर: मालीमसूदा, टाडा, नसीराबाद, मांगलियावास, पीसांगन, डुमाड़ा नाली घूमरा माकड़वाली पुष्कर