जयपुर. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने सभी जयपुर वासियों से अपील की है कि दिवाली का त्योहार बिना आतिशबाजी के मनाएं. शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा फैसला लेकर प्रदेश में दिवाली के अवसर पर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. वर्तमान में कोरोना संक्रमण और इससे फेफड़ों पर होने वाली स्थाई दुष्परिणाम के कारण यह व्यापक जनहित में लिया गया एक महत्वपूर्ण फैसला है. इसकी पालना सभी की जिम्मेदारी है.
जयपुर जिले में भी जिला प्रशासन सरकार के फैसले को सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं पटाखों की बिक्री या आतिशबाजी न हो. उन्होंने दिवाली को मिठाई और रोशनी उल्लास में दूसरों की खुशियां देने का त्योहार बताया. कलेक्टर नेहरा ने अपील किया कि सभी मिलकर इस दिवाली पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित सभी आवश्यक नियमों की पालना करते हुए बिना आतिशबाजी रोशनी के इस पर्व को मनाएं. प्रशासन राउंड द क्लॉक कंट्रोल रूम और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ सदैव की भांति इस दिवाली पर भी सहायता के लिए तत्पर रहेगा.
यह भी पढ़ें: जयपुर: धनतेरस पर बाजारों में रौनक, आभूषण से लेकर ऑटो मोबाइल सेक्टर गुलजार
नेहरा ने कहा कि थोड़ी देर की आतिशबाजी से किसी की जान पर बन आए ऐसा नहीं होना चाहिए. पटाखों के निकलने वाले विषैले धुएं से कोरोना संक्रमित रोगियों, अस्थमा के मरीजों, बुजुर्गों और आमजन को बहुत परेशानी होती है. शादी समारोह में भी आतिशबाजी के उपयोग पर रोक लगा दी गई है. बता दें कि गहलोत सरकार ने पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी के लिए जुर्माना भी तय किया है. यदि कोई भी व्यक्ति पटाखों की बिक्री करता हुआ या आतिशबाजी करता हुआ पाया गया तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा.
कलेक्टर ने दिलवाई शपथ...
कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने शुक्रवार को तहसील चौक में कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों और अधिकारियों को कोविड के प्रति सावधानी बरतने के लिए शपथ दिलाई. उन्होंने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर अपनी प्रतिबद्धता भी जताई. जिले के विभिन्न राष्ट्रीय कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अगले दो माह तक यह शपथ ली जाएगी. नेहरा ने बताया कि जयपुर में 40 से अधिक राजकीय कार्यालयों के कर्मचारियों और अधिकारियों को यह शपथ 17 नवंबर से 18 जनवरी के बीच दिलाई जाएगी. इसके लिए विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया गया है.
कलेक्ट्रेट में आयोजित शपथ कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि कोविड- 19 के बारे में सतर्क रहेंगे और साथियों को भी इससे होने वाले खतरे के बारे में बताएंगे. उन्होंने इसके प्रसार को रोकने के संबंध में सभी आवश्यक सावधानियां बरतने, कोविड- 19 आचार व्यवहार का स्वयं अनुसरण करने और दूसरों को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया. साथ ही हमेशा सार्वजनिक स्थल पर मास्क पहनने, दूसरों से समुचित दूरी बनाए रखने, हाथों के सेनेटाइज का ध्यान रखने का संकल्प लेते हुए एक साथ मिलकर कोविड के प्रति इस लड़ाई में जीत का विश्वास दोहराया.
यह भी पढ़ें: जयपुर: कोरोना के प्रति जागरूक करते समय खुद बेपरवाह दिखीं मेयर, मास्क लगाना भूलीं!
कलेक्टर नेहरा ने कहा कि कोविड-19 की शपथ लेकर सभी राजकीय कर्मचारी कोविड प्रोटोकॉल की पालना करेंगे। इसीलिए यह शपथ दिलाई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कोविड को लेकर चल रहे जन आंदोलन को देखते हुए तेरह लाख रुपए के मास्क वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा लोगो की जागरूकता के लिए 15 लाख रुपए के स्टीकर और पंपलेट भी बांटे गए हैं।