मुंबई/जयपुर. प्रदेश के कोटा में स्थित जेके लोन अस्पताल में हुई शिशुओं की मौत पर विपक्षी दल लगातार प्रदेश की गहलोत सराकार को घेर रहे हैं. रविवार को मुंबई दौरे पर गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष पर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा सबकी सवेंदनशीलता जरुरी
सीएम गहलोत ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मुद्दा है. इस मामले में सब को संवेदनशीलता के साथ बात करनी चाहिए. गहलोत ने कहा कि मै बार-बार कहूंगा की यह मुद्दा राजनीति करने का नहीं है, किसी भी नवजात की मौत क्यो हो, एक मां भी क्यों मरे.
गहलोत ने कहा कि जो हमारे आईएमआर हैं और एमएमआर हैं (मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर) यह पूरे देश का विषय हैं. केंद्र सरकार भी मॉनिटरिंग करती है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हेल्थ कमीशन बना हुआ है. मैं 20 साल से मॉनीटिंग कर रहा हूं. 20 साल पहले जब मैं मुख्यमंत्री था तब हमने कोशिश की है कि आईएमआर और एमएमआर के अनुपात कम होने चाहिए. मृत्यु दर कम होनी चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने कहा कोई भी आंकड़े देख सकता है कि मैंने पिछली बार बच्चों के सही उपचार के लिए आसीयू की स्थापना की. कोटा के अंदर भी 2019 में स्थापना की थी. गहलोत कहा कि हम पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं कि हमने विपक्ष के उपर आरोप लगाए, जबकि हमने ऐसा कहा ही नहीं. साल 2014 के बाद से जब से हमने आईसीयू स्थापित किया है आंकड़े कम होते जा रहे हैं. चाहे बीजेपी की सरकार रही हो या फिर हमारी. बीजेपी की सरकार में भी आंकड़े 1200, 1300 थे और अब यह आंकड़े घटकर 900 के करीब आ चुके हैं. आंकड़े कम होते गए हैं हमने यही बात कही है.
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गुजरात में तो मुख्यमंत्री के गृहजिले में हो रही हैं मौतें
मुख्यमंत्री ने कहा इसके बाद भी हमारी जिम्मेदारी बनती है, अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि ध्यान देंगे सुधार करेंगे. उन्होंने कहा कि अब तो और भी राज्यों के आंकड़े आने लगे हैं. आज मैने देखा है कि गुजरात के राजकोट जो मुख्यमंत्री का ही जिला है वहां पर 135 बच्चों की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ राजनीति हो रही है.