जयपुर. कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर मंगलवार को संपन्न हुआ. चिंतन शिविर के अंतिम दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी माकन ने सभी विधायकों के साथ संवाद किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह संवाद अच्छा रहा और हर किसी ने खुलकर अपनी बात कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि असेंबली भी आ रही है और आगे चुनाव भी आएंगे. सभी ने खुलकर इस चिंतन शिविर में अपनी बातें रखी हैं. उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि ऐसे चिंतन शिविर होते रहने चाहिए. ऐसे शिविरों के माध्यम से सभी को एक दूसरे को जानने का मौका मिलता है. सीएम ने कहा कि मैं हमारे विधायकों और समर्थित दलों के विधायकों को बधाई देना चाहता हूं कि सभी ने एकजुटता का संदेश दिया. इस चिंतन शिविर में राजस्थान में गुड गवर्नेंस कैसे हो और उसमें विधायकों की भागीदारी क्या हो, उस पर भी चर्चा खुलकर हुई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता ने हमको सरकार बना कर आशीर्वाद दिया है. मैं तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं किस प्रकार खुद गुड गवर्नेंस के लिए (CM Gehlot on Good Governance) काम करूं और यही काम मेरी टीम के मेरे सभी साथी विधायक करें. तभी हम जनता के विश्वास पर खरे उतरेंगे.
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3 साल में भी सत्ता विरोधी लहर नहीं : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक के बाद कहा कि 3 साल के बाद भी सरकार विरोधी (Ashok Gehlot on Anti Incumbency) कोई लहर प्रदेश में नहीं है. ये हमारे लिए शुभ संकेत है. यही कारण है कि भाजपा फ्रस्ट्रेशन में आ गई है. वह नॉन इश्यू को इश्यू बना रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इश्यू को इश्यू बनाया जाए तो हम जवाब भी दें, लेकिन नॉन इश्यू को इश्यू बनाया जाएगा तो इसे भाजपा का कन्फ्यूजन ही माना जाएगा.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पास कहने को कुछ नहीं है. इसलिए केवल जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. भाजपा की इन तमाम बातों को जनता समझ रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा बिना किसी कारण से धरना-प्रदर्शन कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग 3 साल विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाए, उन्हें जनता समझ रही है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उपचुनाव में जनता ने भाजपा को आइना दिखाया है.