जयपुर. सीएम गहलोत ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोरोना को लेकर राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों, प्रभारी सचिव, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारी, सीएमएचओ, सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी के साथ ही उपखंड एवं तहसील स्तर के अन्य अधिकारियों को संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलॉक के तहत अनुमत गतिविधियों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होना चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा कि हमें कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाने, बार-बार हाथ धोने, सार्वजनिक स्थान पर नहीं थूकने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने जैसे उपायों की कड़ाई से पालना करनी होगी. तभी हम इस महामारी को फैलने से रोक पाएंगे. उन्होंने कहा कि हमें जन चेतना लाकर और नियमों की कड़ाई से पालना करवाकर लोगों की आदतों को बदलना होगा.
गहलोत ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में एक्टिव केसों की संख्या में बढ़ोतरी के बावजूद हमने अच्छे प्रबंधन से कोरोना संक्रमित रोगियों के दोगुना होने की दर और मृत्यु दर को राष्ट्रीय औसत से काफी बेहतर रखा है. अन्य राज्य भी कोरोना संक्रमण रोकने के हमारे प्रयासों को अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए हमें समझाइश और सख्ती, दोनों अप्रोच के साथ काम करना होगा, तभी हम अनलॉक के इस समय में भी लॉकडाउन की तरह ही कोरोना के प्रसार को रोकने में कामयाब हो पाएंगे.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि जागरूकता अभियान में जनप्रतिनिधियों की विशेष भूमिका है. प्रभारी मंत्रियों के बाद अब विधायकगण भी अपने-अपने क्षेत्र में 5 दिन तक लोगों को जागरूक करने में सहभागिता निभाएं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि एक्टिव सर्विलांस का जो बेहतर काम लॉकडाउन के समय में हुआ था, अब अनलॉक-2 में भी घर-घर सर्वे के इस काम को फिर से आगे बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जनचेतना के लिए इतना व्यापक अभियान संचालित करने वाला राजस्थान पहला राज्य है.
वहीं मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि जिन जिलों में प्रवासी श्रमिक अधिक संख्या में आए हैं, वहां रैंडम टेस्टिंग की रणनीति बनाई जा रही है. उन्होंने बूथ लेवल कमेटियों को और अधिक सक्रियता से कार्य करने पर बल दिया. अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में कोरोना जांच के लिए अब तक 8 लाख 24 हजार सैंपल लिए गए हैं. प्रदेश में 18 हजार 92 व्यक्ति संक्रमित पाए गए, जिनमें से 78.7 प्रतिशत ठीक हो गए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना से निपटने के लिए 1 लाख बेड की व्यवस्था की गई है.
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इस कॉन्फ्रेंसिंग में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण वीनू गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग सुबोध अग्रवाल, राज्य भंडारण निगम के सीएमडी पीके गोयल, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, शासन सचिव आयुर्वेद गायत्री राठौड़, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.