जयपुर. सीएम अशोक गहलोत सोमवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये वेदांता समूह की कम्पनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा प्रदेश के 5 जिलों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वितरण के लिए आयोजित वर्चुअल समारोह को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा देश कोविड-19 की दूसरी लहर से उपजे अभूतपूर्व संकट से जूझ रहा है. राजस्थान में हमारी सरकार प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा में जुटी है. पिछले दिनों मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करना एक बड़ी चुनौती बन गई है.
गहलोत ने कहा कि एकाएक उत्पन्न हुई इस जरूरत को पूरा करने तथा भविष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए टीम राजस्थान ने योजनाबद्ध तरीके से प्रयास किए हैं और इस काम में हमें प्रवासी राजस्थानियों, स्थानीय भामाशाहों और उद्योगों से भरपूर सहयोग मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के जंग के लिए डोर-टू-डोर सर्वे के साथ ही सीएचसी एवं पीएचसी स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में राज्य सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है.
मेडिकल काॅलेजों से संबद्ध अस्पतालों, जिला अस्पतालों के साथ-साथ ब्लाॅक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आईसीयू एवं ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है. मानव संसाधन की कमी को पूरा करने के लिए लगभग 8000 सीएचओ की भर्ती की गई है और जल्द ही 1000 चिकित्सकों तथा 25 हजार नर्सिंग स्टाफ की अस्थाई आधार पर सेवाएं लेने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से निपटने के बाद भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और लोगों के लिए रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती रहेगी. जिसमें वेदांता जैसे औद्योगिक समूह अहम भूमिका निभा सकते हैं.
उन्होंने राजस्थान में ऑक्सीजन के उत्पादन एवं इसकी आपूर्ति, कोविड उपचार, सैनिटाइजेशन तथा मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराने आदि में सहयोग के लिए वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब कभी भी आवश्यकता हुई है, उनके ग्रुप ने हमेशा आगे बढ़कर मदद की है.