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Phone Tapping Case: CM के OSD लोकेश शर्मा को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने किया तलब, महेश जोशी बोले- ये असंवैधानिक - Cm ashok gehlot

CM के OSD लोकेश शर्मा को फोन टैपिंग मामले (Phone Tapping Case) में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने तलब किया है. इसे लेकर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने इस समन को असंवैधानिक करार दिया है. साथ ही संकेत दिया कि इस मामले से जुड़े नेता दिल्ली नही जाएंगे.

Phone Tapping Case
CM के OSD लोकेश शर्मा
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Published : Oct 20, 2021, 1:20 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 2:27 PM IST

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के ओएसडी लोकेश शर्मा (OSD Lokesh Sharma) को दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने अब एक बार फिर 22 अक्टूबर को फोन टैपिंग मामले में नोटिस भेज दिया है. हालांकि लोकेश शर्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है.

महेश जोशी बोले- ये असंवैधानिक

इससे पहले भी मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा (OSD Lokesh Sharma) को इसी मामले में 24 जुलाई को और मुख्य सचेतक नहीं जोशी को 24 जून को दिल्ली बुलाया गया था, दोनों ने कारण बताते हुए जाने से इनकार कर दिया था. उस समय मुख्य सचेतक महेश जोशी ने उम्र का हवाला दिया था तो लोकेश शर्मा ने अतिरिक्त समय की मांग की थी.

ये भी पढ़ें- Phone tapping case : गहलोत के OSD लोकेश शर्मा पर 13 जनवरी तक नहीं होगी कार्रवाई

ये परंपरा गलत है- जोशी

इसी मामले में नोटिस देकर बुलाए गए महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने इस बात का इशारा किया है की इस नोटिस पर राजस्थान (Rajasthan) से जुड़े नेता नहीं जाएंगे. मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि यह FIR गलत है. उनका कहना है कि जब मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) से जुड़ा हुआ है तो इसकी FIR दिल्ली में कैसे हो सकती है? अगर एक बार ऐसी परंपरा बन गई तो फिर केरल का व्यक्ति दिल्ली में या राजस्थान में या फिर कर्नाटक, हिमाचल या लेह लद्दाख में राजस्थान से जुड़े मामले दर्ज होने शुरू हो जाएंगे. महेश जोशी ने कहा की यह परंपरा नहीं होनी चाहिए यह संवैधानिक भी नहीं है और इस तरीके की परंपरा को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए.

भाजपा पर तंज

जोशी ने एक तरह से भाजपा को अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी. भाजपा पार्षदों का अपनी ही पार्टी की कार्यकारी महापौर शील धाभाई (Sheel Dhabhai) के विरोध में उतरने पर राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भाजपा के अंतर्विरोध को लेकर चुटकी ली. कहा कि यह मैटर भाजपा का है और भाजपा में ही इस बात की शंका है की शील धाभाई भाजपा की हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि भाजपा में ही अंतर्विरोध है ऐसे में भाजपा को अपने अंतर्विरोध को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि कटारिया, राठौर और सतीश पुनिया केवल बयान देने का काम करते हैं यही कारण है कि भाजपा में ऐसे अंतर्विरोध के हालात बन गए है.

Jamwaramgarh घटना पर रखी राय

जयपुर (Jaipur) के जमवारामगढ़ (Jamwaramgarh) केस पर भी जोशी ने अपनी राय रखी. कहा कि जमवारामगढ़ की घटना निंदनीय है. जिसे लेकर अभी हमारे पास कोई शब्द नहीं है. भरोसा दिलाया कि पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है. वो खुद पुलिस के संपर्क में हैं और पुलिस ने यह विश्वास दिलाया है कि इस मामले को पूरी संजीदगी से डील किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसे लेकर ब्राह्मण समाज कि लोगों से बातचीत होगी और उन्हें समझाया भी जाएगा.

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के ओएसडी लोकेश शर्मा (OSD Lokesh Sharma) को दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने अब एक बार फिर 22 अक्टूबर को फोन टैपिंग मामले में नोटिस भेज दिया है. हालांकि लोकेश शर्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है.

महेश जोशी बोले- ये असंवैधानिक

इससे पहले भी मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा (OSD Lokesh Sharma) को इसी मामले में 24 जुलाई को और मुख्य सचेतक नहीं जोशी को 24 जून को दिल्ली बुलाया गया था, दोनों ने कारण बताते हुए जाने से इनकार कर दिया था. उस समय मुख्य सचेतक महेश जोशी ने उम्र का हवाला दिया था तो लोकेश शर्मा ने अतिरिक्त समय की मांग की थी.

ये भी पढ़ें- Phone tapping case : गहलोत के OSD लोकेश शर्मा पर 13 जनवरी तक नहीं होगी कार्रवाई

ये परंपरा गलत है- जोशी

इसी मामले में नोटिस देकर बुलाए गए महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने इस बात का इशारा किया है की इस नोटिस पर राजस्थान (Rajasthan) से जुड़े नेता नहीं जाएंगे. मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि यह FIR गलत है. उनका कहना है कि जब मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) से जुड़ा हुआ है तो इसकी FIR दिल्ली में कैसे हो सकती है? अगर एक बार ऐसी परंपरा बन गई तो फिर केरल का व्यक्ति दिल्ली में या राजस्थान में या फिर कर्नाटक, हिमाचल या लेह लद्दाख में राजस्थान से जुड़े मामले दर्ज होने शुरू हो जाएंगे. महेश जोशी ने कहा की यह परंपरा नहीं होनी चाहिए यह संवैधानिक भी नहीं है और इस तरीके की परंपरा को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए.

भाजपा पर तंज

जोशी ने एक तरह से भाजपा को अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी. भाजपा पार्षदों का अपनी ही पार्टी की कार्यकारी महापौर शील धाभाई (Sheel Dhabhai) के विरोध में उतरने पर राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भाजपा के अंतर्विरोध को लेकर चुटकी ली. कहा कि यह मैटर भाजपा का है और भाजपा में ही इस बात की शंका है की शील धाभाई भाजपा की हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि भाजपा में ही अंतर्विरोध है ऐसे में भाजपा को अपने अंतर्विरोध को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि कटारिया, राठौर और सतीश पुनिया केवल बयान देने का काम करते हैं यही कारण है कि भाजपा में ऐसे अंतर्विरोध के हालात बन गए है.

Jamwaramgarh घटना पर रखी राय

जयपुर (Jaipur) के जमवारामगढ़ (Jamwaramgarh) केस पर भी जोशी ने अपनी राय रखी. कहा कि जमवारामगढ़ की घटना निंदनीय है. जिसे लेकर अभी हमारे पास कोई शब्द नहीं है. भरोसा दिलाया कि पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है. वो खुद पुलिस के संपर्क में हैं और पुलिस ने यह विश्वास दिलाया है कि इस मामले को पूरी संजीदगी से डील किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसे लेकर ब्राह्मण समाज कि लोगों से बातचीत होगी और उन्हें समझाया भी जाएगा.

Last Updated : Oct 20, 2021, 2:27 PM IST
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