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दूरस्थ इलाकों में रहने वाले हर बच्चे तक पहुंचे ऑनलाइन शिक्षा: मुख्य सचिव

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों के साथ बैठक की. इस दौरान शिक्षा की तमाम योजनाओं पर चर्चा की. मुख्य सचिव ने दूरस्थ इलाके स्थित सरकारी स्कूलों के बच्चों तक ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था कराने पर जोर दिया.

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ऑनलाइन शिक्षा पर जोर
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Published : Aug 10, 2021, 7:53 PM IST

जयपुर. सरकारी स्कूलों में बच्चों की शिक्षा को लेकर सरकार पूरे प्रयास कर रही है लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण कई बच्चों तक सुविधाएं नहीं पहुंच पा रही हैं. अस मामले में मुख्य सचिव ने ‘स्माइल’ कार्यक्रम के माध्यम से स्कूली बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने स्थिति की समीक्षा कर निर्देश दिए. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने सचिवालय में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टरों के साथ शिक्षा व्यवस्था के साथ विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर विचार किया.

मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षा विभाग सोशल मीडिया का उपयोग कर ‘स्माइल’ कार्यक्रम के माध्यम से स्कूली बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध करा रहा है, लेकिन कुछ बच्चों के पास साधनों का अभाव होने एवं दूरस्थ इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की बाधा की वजह से दिक्कत हो सकती है.

पढ़ें- राजस्थान में कब खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, कमेटी ने दिए यह संकेत

इसलिए विभाग ऐसे बच्चों तक ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक उपाय अपनाए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा उपलब्ध कराने से ही वांछित लक्ष्य की पूर्ति हो सकेगी. निरंजन आर्य ने विभिन्न जिलों में संस्कृत महाविद्यालय और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थापना के लिए भूमि आवंटन तथा आईसीटी योजनान्तर्गत कम्प्यूटर लैब की स्थापना के लिए जन सहभागिता राशि प्राप्त कर कार्य को गति देने के निर्देश दिए.

पढ़ें-rajasthan university: संघटक कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू, 19 अगस्त तक कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन

उन्होंने प्रधानमंत्री वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के तहत शहरों में जरूरतमंद वेंडर्स को शीघ्र ऋण उपलब्ध कराकर राहत प्रदान करने के निर्देश भी दिए. आर्य ने सभी जिला कलेक्टरों को ‘बिना घर वाले समस्त लोगों के मकान बनवाने’ के संकल्प के साथ कार्य करते हुए शहरी आवास योजना के लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक डेयरी बूथ आवंटन प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने तथा वित्तीय संसाधनों के अभाव वाले आवंटी को बूथ स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध कराने की संभावना तलाशने के निर्देश दिए.

इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा पवन कुमार गोयल ने विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब से उपकरण चोरी होने की घटनाओं का जिक्र करते हुए पुलिस गश्त बढ़ाने तथा एफआईआर दर्ज होने पर त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों की गिरफ्तारी एवं सामग्री वसूलने के निर्देश दिए. गोपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरुषि मलिक ने बताया कि राज्य में 2 हजार से अधिक डेयरी बूथ आवंटित कर दिए हैं, जबकि 2 हजार 420 बूथों के लिए विभिन्न एजेंसियों से एनओसी प्राप्त कर ली है, जिनके आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो जाएगी. उन्होंने शेष बूथों के लिए एनओसी लेकर आवंटन की कार्रवाई जल्द पूरी करने के निर्देश दिए.

जयपुर. सरकारी स्कूलों में बच्चों की शिक्षा को लेकर सरकार पूरे प्रयास कर रही है लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण कई बच्चों तक सुविधाएं नहीं पहुंच पा रही हैं. अस मामले में मुख्य सचिव ने ‘स्माइल’ कार्यक्रम के माध्यम से स्कूली बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने स्थिति की समीक्षा कर निर्देश दिए. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने सचिवालय में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टरों के साथ शिक्षा व्यवस्था के साथ विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर विचार किया.

मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षा विभाग सोशल मीडिया का उपयोग कर ‘स्माइल’ कार्यक्रम के माध्यम से स्कूली बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध करा रहा है, लेकिन कुछ बच्चों के पास साधनों का अभाव होने एवं दूरस्थ इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की बाधा की वजह से दिक्कत हो सकती है.

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इसलिए विभाग ऐसे बच्चों तक ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक उपाय अपनाए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा उपलब्ध कराने से ही वांछित लक्ष्य की पूर्ति हो सकेगी. निरंजन आर्य ने विभिन्न जिलों में संस्कृत महाविद्यालय और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थापना के लिए भूमि आवंटन तथा आईसीटी योजनान्तर्गत कम्प्यूटर लैब की स्थापना के लिए जन सहभागिता राशि प्राप्त कर कार्य को गति देने के निर्देश दिए.

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उन्होंने प्रधानमंत्री वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के तहत शहरों में जरूरतमंद वेंडर्स को शीघ्र ऋण उपलब्ध कराकर राहत प्रदान करने के निर्देश भी दिए. आर्य ने सभी जिला कलेक्टरों को ‘बिना घर वाले समस्त लोगों के मकान बनवाने’ के संकल्प के साथ कार्य करते हुए शहरी आवास योजना के लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक डेयरी बूथ आवंटन प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने तथा वित्तीय संसाधनों के अभाव वाले आवंटी को बूथ स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध कराने की संभावना तलाशने के निर्देश दिए.

इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा पवन कुमार गोयल ने विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब से उपकरण चोरी होने की घटनाओं का जिक्र करते हुए पुलिस गश्त बढ़ाने तथा एफआईआर दर्ज होने पर त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों की गिरफ्तारी एवं सामग्री वसूलने के निर्देश दिए. गोपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरुषि मलिक ने बताया कि राज्य में 2 हजार से अधिक डेयरी बूथ आवंटित कर दिए हैं, जबकि 2 हजार 420 बूथों के लिए विभिन्न एजेंसियों से एनओसी प्राप्त कर ली है, जिनके आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो जाएगी. उन्होंने शेष बूथों के लिए एनओसी लेकर आवंटन की कार्रवाई जल्द पूरी करने के निर्देश दिए.

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