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राजस्थान में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं, उद्योग स्थापित के लिए सरकार से मिलेगा सकारात्मक सहयोग: मुख्य सचिव

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Published : Jan 20, 2021, 5:11 AM IST

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ढ़ांचागत औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश में नए उद्योगों के विकास के लिए सरकार की ओर से सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही सकारात्मक सहयोग प्रदान किया जाएगा.

chief secretary niranjan arya, industrial developmen
राजस्थान में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं

जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा है कि राजस्थान में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ढ़ांचागत औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश में नए उद्योगों के विकास के लिए सरकार की ओर से सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही सकारात्मक सहयोग प्रदान किया जाएगा. सचिव उद्योग आशुतोष पेंडनेकर की ओर से मुख्य सचिव को उद्योग विभाग का प्रस्तुतिकरण मंगलवार को दिया गया. प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार किए जाने की ओर उद्योग विभाग निरंतर प्रयासरत है.

उद्योग सचिव ने प्रस्तुतिकरण में 2023 तक राज्य में औद्योगिक विकास के लिए रणनीतिक योजना को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत करते हुए बताया कि राजस्थान देश का भौगोलिक रूप से सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही यहां उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन एवं मानव संसाधन की उपलब्धता औद्योगिक विकास के लिए उपयुक्त है. उद्योग सचिव ने प्रस्तुतिकरण में राज्य की वर्तमान औद्योगिक स्थिति को प्रस्तुत करने के साथ ही 2023 तक राज्य में औद्योगिक विकास की संभावनाओं को उल्लेखित किया. इनमें निवेश प्रोत्साहन, रोजगार सृजन, निर्यात बढ़ोतरी तथा स्थानीय विकास को मुख्य रणनीतिक उद्देश्य बताया गया.

यह भी पढ़ें- कटारिया का गहलोत सरकार पर आरोप, कहा- वार्ड की संख्या बढ़ाकर शक्तियों का दुरुपयोग किया

प्रस्तुतिकरण में राज्य के औद्योगिक ढ़ांचे पर प्रकाश डालते हुए 2023 तक रणनीतिक परियोजनाओं में सभी क्षेत्रों में स्थानीय विकास पर जोर देते हुए क्षेत्रीय पिछडे़पन को दूर करने, तेजी से बढ़ने वाले सेक्टर्स पर जोर देने, विभिन्न विभागों में उद्योगों के विकास के लिए आपसी समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने पर जोर दिया गया. इसके साथ ही रणनीतिक परियोजनाएं जैसे दिल्ली, मुम्बई इंण्डस्ट्रीयल कोरिडोर, डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर, पेट्रोलियम, केमिकल्स एण्ड पेट्रो केमिकल्स इनवेस्टमेंट रीजन, रीजनल रेपिड ट्रांजिट सिस्टम, गैस ग्रिड इन्फ्रास्ट्रक्चर, सोलर पार्कस्, फिन्टेक पार्क एण्ड ऑयल कंपनीज लैण्ड डवलवमेंट, मिनरल पार्कस्, सबडिविजनल इण्डस्ट्रीयल पार्कस्, भिवाड़ी इन्टीग्रेटेड डवलपमेंट अथोरिटी(बीडा) एण्ड डवलपमेंट ऑफ न्यू भिवाड़ी पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई.

राजस्थान में 2023 तक योजनागत औद्योगिक विकास का सम्पूर्ण खाका प्रस्तुत कर प्रदेश में भविष्य में औद्योगिक विकास की परिकल्पना प्रस्तुत किया गया. उद्योग विभाग के इस प्रस्तुतिकरण के अवसर पर उद्योग आयुक्त अर्चना सिंह तथा सयुंक्त सचिव चिन्मय गोपाल भी उपस्थित रही.

जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा है कि राजस्थान में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ढ़ांचागत औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश में नए उद्योगों के विकास के लिए सरकार की ओर से सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही सकारात्मक सहयोग प्रदान किया जाएगा. सचिव उद्योग आशुतोष पेंडनेकर की ओर से मुख्य सचिव को उद्योग विभाग का प्रस्तुतिकरण मंगलवार को दिया गया. प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार किए जाने की ओर उद्योग विभाग निरंतर प्रयासरत है.

उद्योग सचिव ने प्रस्तुतिकरण में 2023 तक राज्य में औद्योगिक विकास के लिए रणनीतिक योजना को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत करते हुए बताया कि राजस्थान देश का भौगोलिक रूप से सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही यहां उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन एवं मानव संसाधन की उपलब्धता औद्योगिक विकास के लिए उपयुक्त है. उद्योग सचिव ने प्रस्तुतिकरण में राज्य की वर्तमान औद्योगिक स्थिति को प्रस्तुत करने के साथ ही 2023 तक राज्य में औद्योगिक विकास की संभावनाओं को उल्लेखित किया. इनमें निवेश प्रोत्साहन, रोजगार सृजन, निर्यात बढ़ोतरी तथा स्थानीय विकास को मुख्य रणनीतिक उद्देश्य बताया गया.

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प्रस्तुतिकरण में राज्य के औद्योगिक ढ़ांचे पर प्रकाश डालते हुए 2023 तक रणनीतिक परियोजनाओं में सभी क्षेत्रों में स्थानीय विकास पर जोर देते हुए क्षेत्रीय पिछडे़पन को दूर करने, तेजी से बढ़ने वाले सेक्टर्स पर जोर देने, विभिन्न विभागों में उद्योगों के विकास के लिए आपसी समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने पर जोर दिया गया. इसके साथ ही रणनीतिक परियोजनाएं जैसे दिल्ली, मुम्बई इंण्डस्ट्रीयल कोरिडोर, डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर, पेट्रोलियम, केमिकल्स एण्ड पेट्रो केमिकल्स इनवेस्टमेंट रीजन, रीजनल रेपिड ट्रांजिट सिस्टम, गैस ग्रिड इन्फ्रास्ट्रक्चर, सोलर पार्कस्, फिन्टेक पार्क एण्ड ऑयल कंपनीज लैण्ड डवलवमेंट, मिनरल पार्कस्, सबडिविजनल इण्डस्ट्रीयल पार्कस्, भिवाड़ी इन्टीग्रेटेड डवलपमेंट अथोरिटी(बीडा) एण्ड डवलपमेंट ऑफ न्यू भिवाड़ी पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई.

राजस्थान में 2023 तक योजनागत औद्योगिक विकास का सम्पूर्ण खाका प्रस्तुत कर प्रदेश में भविष्य में औद्योगिक विकास की परिकल्पना प्रस्तुत किया गया. उद्योग विभाग के इस प्रस्तुतिकरण के अवसर पर उद्योग आयुक्त अर्चना सिंह तथा सयुंक्त सचिव चिन्मय गोपाल भी उपस्थित रही.

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