जयपुर. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने प्रदेश सरकार में ही मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना होने का आरोप लगाया है. चतुर्वेदी ने कहा है कि पिछले दिनों हुई सांसद विधायकों की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जब सांसद रामचरण बोहरा ने ईएसआई हॉस्पिटल को कोविड-19 फ्री अस्पताल करने की मांग की तब उन्होंने सकारात्मक आश्वासन दिया था. साथ ही इस अस्पताल को जल्द कोविड-19 फ्री अस्पताल करने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन आज तक अधिकारियों ने इसे अमलीजामा नहीं पहनाया.
चतुर्वेदी के अनुसार ईएसआई हॉस्पिटल में बीते 10 दिनों से कोई भी कोरोना मरीज नहीं है, उसके बावजूद अब तक चिकित्सा विभाग ने अस्पताल को कोविड-19 फ्री करने का कोई आदेश नहीं दिया है. चतुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल में लगभग 350 लोगों का स्टाफ है जो अभी बेकार बैठा है क्योंकि जब तक अस्पताल कोविड-19 होता अन्य मरीज यहां उपचार कराने के लिए नहीं आएंगे.
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ईएसआई हॉस्पिटल को कोविड-19 करने की मांग लंबे समय से इस क्षेत्र में रहने वाले मजदूर वर्ग के लोग कर रहे थे, क्योंकि क्षेत्र के मजदूर का इलाज का यह एकमात्र हॉस्पिटल है, जिसे सरकार ने कोविड-19 किया था और तब से यहां उपचार कराने आने वाले मजदूर और अन्य ईएसआई कार्ड होल्डर ने अपना उपचार करवाना बंद कर दिया है.
चिकित्सा मंत्री भी देते हैं केवल आश्वासन
अरुण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी लिखा कि वे क्षेत्र के निवासियों की चिंता करते हुए इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह और जयपुर कलेक्टर से भी बात कर चुके हैं और उन्होंने जल्द ही आदेश जारी करने की बात कही. लेकिन उसके बाद भी अब तक आदेश जारी ना होना मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना को दर्शाता है.
चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि कम वेतन वाले मजदूर और कर्मचारियों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए इस अस्पताल को जल्द ही कोविड-19 फ्री अस्पताल करने के आदेश निकलवाए.