जयपुर. प्रदेश में बढ़ते ड़ेंगू के आंकड़ों पर सरकार चिंतित है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घर और आसपास सफाई रखने के साथ पानी इकट्ठा न होने देने की अपील की है. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि मौसम में बदलाव के साथ प्रदेश में डेंगू बुखार के मामले बढ़े हैं.
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि डेंगू वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. सावधानी रखने से डेंगू को फैलने से रोका जा सकता है. अपने घर और आस-पास सफाई रखें एवं पानी इकट्ठा न होने दें. पानी की टंकियों और अन्य बर्तनों को ढंक कर रखें. गहलोत ने कहा कि जिन स्रोतों और कूलर, पानी की टंकी को खाली करना संभव न हो, उसमें सप्ताह में एक बार केरोसीन, जला ऑइल, डीजल या कोई भी तेल पानी में डाल दें.
घर के आस-पास के स्थानों पर मच्छरनाशक दवाओं जैसे डीडीटी, मेलाथियान या पाइरेथ्रोइड का छिड़काव करवाएं. गहलोत ने कहा कि खिड़कियों को अनावश्यक खुला न रखें. मच्छर मारने वाले स्प्रे या अगरबत्ती का प्रयोग करें. पूरे कपड़े पहनें जिससे मच्छर न काट सकें. गार्डन आदि में घूमते वक्त पैरों को अवश्य ढककर रखें क्योंकि डेंगू फ़ैलाने वाला मच्छर 10 से 12 इंच तक ही उड़ सकता है. मौसमी बदलाव के कारण वायरल बुखार और अन्य बीमारियां भी फैल रही हैं, इसलिए बुखार आने पर डॉक्टर को अवश्य दिखाएं.
सीएम गहलोत ने कहा कि डेंगू के 90% मरीज चिकित्सकीय देखरेख में दवाएं लेकर घर ही ठीक हो सकते हैं. इसलिए समय पर टेस्ट करवाएं और इलाज लें. बुखार आने पर घबराएं नहीं, नजदीकी डॉक्टर के पास जाकर परामर्श लें.
सरकार इसलिए चिंतित
बता दें कि राजस्थान में अब तक डेंगू पीड़ितों के 2800 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. यह चिकित्सा विभाग का अधिकारिक रिकार्ड है. लेकिन डेंगू पीड़ितों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. ग्रामीण इलाकों और निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे कई मरीजों की जानकारी चिकित्सा विभाग तक नहीं पहुंची है. डेंगू के मामले बढ़ने के साथ ही खून और प्लेटलेट्स की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है.
जयपुर में सितंबर में 290 और अक्टूबर में अब तक 92 डेंगू पीड़ित मिल चुके हैं. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने गुरूवार को विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर डेंगू, मलेरिया और जीका वायरस सहित अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं.