ETV Bharat / city

जयपुरिया अस्पताल से चिकित्सक हटाने के मामले में भड़की भाजपा, बौखलाए सराफ ने लगाया ये बड़ा आरोप - Jaipur Latest News

जयपुरिया अस्पताल से चिकित्सक हटाने के मामले में पूर्व और मौजूदा चिकित्सा मंत्री आमने-सामने आ गए हैं. इस मामले में कालीचरण सराफ ने कहा कि राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री को चिकित्सा का ज्ञान नहीं है. यहां जानिए पूरा मामला...

BJP Protest in Jaipur
जयपुरिया अस्पताल के सामने भाजपा का धरना
author img

By

Published : Sep 16, 2022, 3:45 PM IST

जयपुर. चिकित्सकों के तबादले और प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों को हटाने के मामले में अब पूर्व और मौजूदा चिकित्सा मंत्री आमने-सामने हैं. मामला राजकीय जयपुरिया अस्पताल से जुड़ा है जो पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ के क्षेत्र में आता है. हाल ही में यहां तैनात 22 अधिशेष और 11 प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों को हटा दिया गया. नाराज सराफ ने भाजपाईयों के साथ अस्पताल के सामने ही (BJP Protest in Jaipur) धरना दे डाला और सरकार पर निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचाने का आरोप भी लगाया.

दरअसल, इस मामले में पिछले दिनों पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पत्र लिखा था और यह मांग रखी थी कि अस्पताल में जिस तुलना में सुविधा और बेडों की संख्या बढ़ी है, उस तुलना में चिकित्सकों के स्वीकृत पदों में इजाफा नहीं किया गया. बावजूद इसके, यहां से 22 अधिशेष चिकित्सकों और 11 प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों का (Rukmani Devi Beni Prasad Jaipuria Hospital News) तबादला कर दिया.

जयपुरिया अस्पताल से चिकित्सक हटाने के मामले में भड़की भाजपा

सराफ ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में एसएमएस अस्पताल में मरीजों का भार कम करने के लिए जयपुरिया अस्पताल में सीटी स्कैन, एमआरआई की सुविधा मुहैया कराई गई. साथ ही इमरजेंसी वार्ड बनाने के साथ सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों को भी डेपुटेशन पर लगाया गया. जिसके चलते यहां प्रतिदिन आउटडोर मरीजों की संख्या 300 से बढ़कर 3000 तक पहुंच गई, लेकिन मौजूदा चिकित्सा मंत्री और विभाग ने इस अस्पताल में चिकित्सकों के स्वीकृत पद नहीं बढ़ाए और अब अधिशेष चिकित्सकों के नाम पर डॉक्टरों को भी हटा दिया, जिससे क्षेत्र की जनता और मरीज परेशान है.

मंत्री को चिकित्सा का ज्ञान नहीं, निजी अस्पतालों को पहुंचाया जा रहा फायदा : कालीचरण सराफ ने कहा कि मेरा आरोप है कि सरकार और विभाग में इस क्षेत्र के निजी अस्पतालों को लाभ पहुंचाने के लिए यह कारनामा किया है. सराफ ने कहा, यदि सरकार ने स्वीकृत पद बढ़ाए जाने तक इस अस्पताल में प्रतिनियुक्ति और अधिशेष चिकित्सकों को नहीं लगाया गया तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा. कालीचरण सराफ ने यह भी कहा कि मौजूदा चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा पर उन्हें तरस आता है जो कि मौजूदा मंत्री को चिकित्सा का ही ज्ञान नहीं है.

पढ़ें : जयपुरिया अस्पताल में बनेगा ट्रॉमा सेंटर, घायल मरीजों की बच सकेगी जान

राजकीय जयपुरिया अस्पताल के बाहर दिए गए (Transfer of Doctors in Rajasthan) इस धरने में कालीचरण सराफ के साथ ही नगर निगम ग्रेटर के उपमहापौर पुनीत कर्णावत, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा, जयपुर शहर भाजपा उपाध्यक्ष ब्रह्मकुमार सैनी सहित मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से आने वाले भाजपा से जुड़े पार्षद पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

जयपुर. चिकित्सकों के तबादले और प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों को हटाने के मामले में अब पूर्व और मौजूदा चिकित्सा मंत्री आमने-सामने हैं. मामला राजकीय जयपुरिया अस्पताल से जुड़ा है जो पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ के क्षेत्र में आता है. हाल ही में यहां तैनात 22 अधिशेष और 11 प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों को हटा दिया गया. नाराज सराफ ने भाजपाईयों के साथ अस्पताल के सामने ही (BJP Protest in Jaipur) धरना दे डाला और सरकार पर निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचाने का आरोप भी लगाया.

दरअसल, इस मामले में पिछले दिनों पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पत्र लिखा था और यह मांग रखी थी कि अस्पताल में जिस तुलना में सुविधा और बेडों की संख्या बढ़ी है, उस तुलना में चिकित्सकों के स्वीकृत पदों में इजाफा नहीं किया गया. बावजूद इसके, यहां से 22 अधिशेष चिकित्सकों और 11 प्रतिनियुक्ति पर लगे चिकित्सकों का (Rukmani Devi Beni Prasad Jaipuria Hospital News) तबादला कर दिया.

जयपुरिया अस्पताल से चिकित्सक हटाने के मामले में भड़की भाजपा

सराफ ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में एसएमएस अस्पताल में मरीजों का भार कम करने के लिए जयपुरिया अस्पताल में सीटी स्कैन, एमआरआई की सुविधा मुहैया कराई गई. साथ ही इमरजेंसी वार्ड बनाने के साथ सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों को भी डेपुटेशन पर लगाया गया. जिसके चलते यहां प्रतिदिन आउटडोर मरीजों की संख्या 300 से बढ़कर 3000 तक पहुंच गई, लेकिन मौजूदा चिकित्सा मंत्री और विभाग ने इस अस्पताल में चिकित्सकों के स्वीकृत पद नहीं बढ़ाए और अब अधिशेष चिकित्सकों के नाम पर डॉक्टरों को भी हटा दिया, जिससे क्षेत्र की जनता और मरीज परेशान है.

मंत्री को चिकित्सा का ज्ञान नहीं, निजी अस्पतालों को पहुंचाया जा रहा फायदा : कालीचरण सराफ ने कहा कि मेरा आरोप है कि सरकार और विभाग में इस क्षेत्र के निजी अस्पतालों को लाभ पहुंचाने के लिए यह कारनामा किया है. सराफ ने कहा, यदि सरकार ने स्वीकृत पद बढ़ाए जाने तक इस अस्पताल में प्रतिनियुक्ति और अधिशेष चिकित्सकों को नहीं लगाया गया तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा. कालीचरण सराफ ने यह भी कहा कि मौजूदा चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा पर उन्हें तरस आता है जो कि मौजूदा मंत्री को चिकित्सा का ही ज्ञान नहीं है.

पढ़ें : जयपुरिया अस्पताल में बनेगा ट्रॉमा सेंटर, घायल मरीजों की बच सकेगी जान

राजकीय जयपुरिया अस्पताल के बाहर दिए गए (Transfer of Doctors in Rajasthan) इस धरने में कालीचरण सराफ के साथ ही नगर निगम ग्रेटर के उपमहापौर पुनीत कर्णावत, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा, जयपुर शहर भाजपा उपाध्यक्ष ब्रह्मकुमार सैनी सहित मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से आने वाले भाजपा से जुड़े पार्षद पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.