जयपुर. राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल (Zero hour of Rajasthan assembly) के दौरान विधायकों ने प्रदेश में जीरा और चने की फसल खराबी का मामला (crop failure of cumin and gram) उठाकर सरकार से विशेष गिरदावरी करवाने और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की. शून्य काल में भाजपा विधायक नारायण सिंह देवल और ज्ञानचंद पारख ने यह मामला उठाया. विधायक जबर सिंह सांखला ने कोरोना के चलते मौत का शिकार हुए सरकारी कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति में शीतलता देने की मांग की.
शून्यकाल में स्थगन के जरिए भाजपा विधायक नारायण सिंह देवल ने यह मामला उठाते हुए कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र और जालोर जिले एवं आसपास इस बार जीरे की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. गर्मी और तेज हवा से करीब 70 से 80 फ़ीसदी जीरे की फसलें खराब हो गईं हैं. देवल ने कहा कि पिछले 2 साल से यहां के किसान लगातार प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे हैं. ऐसे में सरकार प्रभावित किसानों की मदद करे और जल्द से जल्द विशेष गिरदावरी कराए.
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पाली जिले से आने वाले भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने भी शून्यकाल में मामला उठाते हुए कहा कि केवल जीरा ही नहीं, बल्कि चने की फसल का भी यही हाल हुआ है. इसमें सरकार भाग्यश्री से जुड़े अधिकारियों को जल्द विशेष गिरदावरी कराकर किसानों को आर्थिक रुप से संबल प्रदान करवाने का काम करे.
वहीं भाजपा विधायक जब्बर सिंह सांखला ने शून्यकाल में कोरोना कालखंड में मारे गए कर्मचारियों के परिवारों की खराब माली हालत की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराया. उन्होंने इन परिवार में से एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने की मांग की और इसमें नियमों की सरलता के लिए भी आग्रह किया.
इन 3 विधेयकों का हुआ पुर:स्थापन
सदन में गुरुवार को राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्युपाय) विधेयक 2022, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जोधपुर संशोधन विधेयक 2022 और गुरुकुल विश्वविद्यालय सीकर, विधेयक 2022 का पुनर्स्थापन किया गया.