जयपुर. राजधानी जयपुर में कार सवार युवकों ने बुधवार दोपहर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी करते हुए मारपीट की (Car driver assaulted and misbehaved with traffic police personnel) और उनकी वर्दी फाड़ डाली. यह घटना उस वक्त हुई जब कार चालक रेड लाइट की सिग्नल बत्ती तोड़कर बीच चौराहे पर आ गया. इस दौरान मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने कार को रोकने का प्रयास किया. जिसके चलते ट्रैफिक पुलिस कर्मी से कार का साइड ग्लास टूट गया. इससे गुस्साए कार चालक ने ट्रैफिक पुलिस कर्मी के साथ बदसलूकी करते हुए जमकर गाली-गलौच की. मामले को बढ़ता देख अन्य ट्रैफिक पुलिस कर्मी मौके पर आए और कार चालक के साथ समझाइश का प्रयास किया. लेकिन कार चालक ने हाथापाई शुरू कर दी. जब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने चालक को रोकने का प्रयास किया तो उसने धक्का मारते हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मी को नीचे गिरा दिया और मारपीट शुरू कर दी. देखते-देखते चौराहे पर लंबा जाम लग गया.
जाम लगता देख ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने कार चालक से कार को साइड में लगाने के लिए कहा. कार चालक भाग न जाए इसलिए एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी गाड़ी के आगे खड़ा हो गया और कार को साइड में लगाने के लिए कहने लगा. लेकिन कार चालक ने कार साइड में लेने की बजाय उल्टा तेज स्पीड में ट्रैफिक पुलिस कर्मी की ओर कार दौड़ा दी. जिसमें ट्रैफिक कर्मी चोटिल होते हुए बाल-बाल बचा.
मामला इतना बढ़ गया कि कार सवार युवकों ने अपने तीन अन्य साथियों को मौके पर बुलाया और ट्रैफिक कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस घटना में ट्रैफिक कर्मियों की वर्दी फट गई. मामला गर्मता देख ट्रैफिक के उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और समझाइश का प्रयास किया. यह घटनाक्रम पूरे 45 मिनट तक बीच चौराहे पर चलता रहा. मामला जब नहीं सुलझा तो गांधीनगर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सभी लोगों को थाने ले आई. ट्रैफिक पुलिस कर्मी बलवीर सिंह और अभय सिंह की ओर से मामला दर्ज कराए जाने के बाद गांधीनगर थाना पुलिस ने 7 लोगों को बदसलूकी करने, मारपीट करने, वर्दी फाड़ने, जानलेवा हमला करने और राजकार्य में बाधा पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. मारपीट और बदसलूकी का यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में भी कैद हुआ है. पुलिस की टीम अब इस पूरे प्रकरण की जांच पड़ताल में जुट गई है.