जयपुर. रमजान के पवित्र महीने में जुमातुल विदा और ईद उल-फितर त्यौहार को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम धर्माचार्यों की बैठक आयोजित हुई. जयपुर के रामगंज थाने में हुई इस बैठक में लॉ एन्ड ऑर्डर कमिश्नर अजयपाल लाम्बा की ओर से मुस्लिम समाज के धर्माचार्यों और मौजिज व्यक्तियों के साथ रमजान के पाक महीने में जुमातुल विदा और ईद उल-फितर के संबंध में चर्चा की गई.
इस चर्चा में पुलिस प्रशासन की ओर से मुस्लिम समाज की ओर से कोरोना महामारी के मध्यनजर इसकी रोकथाम के लिए प्रशासनिक और मेडिकल निर्देशों की पालना और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और जिस जिम्मेदारी से रमजान के पवित्र महीने में रोजेदारों की ओर से कोरोना महामारी को देखते हुए घरों में रहकर नमाज अदा की जा रही हैं उसके लिए भी आभार जताया गया.
बैठक में जयपुर शहर मुफ्ती साहब जाकिर नोमानी, मुफ्ती अमजद अली साहब जामा मस्जिद, हाजी रअफत साहब, नईमुउद्दीन कुरेशी सदर जामा मस्जिद, मौलाना फजलउर्रहमान सचिव ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी मौजूद रहे.
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बैठक में मुस्लिम समाज के धर्माचार्यों की ओर से आह्वान किया गया कि रमजान के पाक महीने में जिस तरह से मुस्लिम समुदाय की ओर से अभी तक मस्जिद नहीं जाकर घरों में रहकर ही नमाज अदा की जा रही है, उसी प्रकार रमजान के अंतिम जुम्मा जुमातुल विदा और ईद उल-फितर के अवसर पर लोग मस्जिदों में नहीं जाकर अपने अपने घरों में रहकर नमाज अदा करें. जिससे कोरोना महामारी के फैलाव को रोका जा सके.
ऐसे में सभी धर्मावलम्बियों और सामाजिक नेताओं की ओर से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया गया और महामारी की रोकथाम में लगे सभी पुलिसकर्मियों प्रशासन और मेडिकल स्टाफ को उनके की ओर से किए गए जा रहे कार्यों के लिए आभार जताया.