जयपुर. कोरोना वायरस अपने साथ बहुत सारी चुनौतियां लेकर आया है. उनमें से एक है कोरोना की वजह से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट. इन दिनों हर घर से मास्क, ग्लव्स का वेस्ट निकल रहा है. जिसके कलेक्शन के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपरों में लाल डिब्बा लगाया जाना था.
उसी में बायो मेडिकल वेस्ट डाले जाने की एडवाइजरी जारी की गई है, लेकिन ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में सामने आया कि शहर के विभिन्न वार्डों में कचरा संग्रहण कर रहे हूपरों में ये लाल डिब्बा ही नहीं है. जिसका खामियाजा कचरे को इकट्ठा करने वाले सफाई कर्मचारियों को भुगतना पड़ सकता है.
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ऐसे में अब निगम कमिश्नर विजय पाल सिंह ने बीवीजी कंपनी के उच्च अधिकारियों से चर्चा कर हूपरों में लाल डिब्बे लगाने की कार्रवाई जल्द पूरी किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पहले एक अभियान चलाकर हूपरों में लाल डिब्बे लगवाए गए थे. लेकिन इस लॉकडाउन के समय में उनकी मॉनिटरिंग में कमी आने की वजह से प्लास्टिक के ये लाल डिब्बे हूपर से हट गए. अब निगम प्रशासन ने बीवीजी कंपनी को निर्देश देकर लाल डिब्बे दोबारा लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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हालांकि, पुणे नगर निगम द्वारा रेड डॉट कैंपेन की तर्ज पर जयपुर नगर निगम की स्वास्थ्य शाखा ने 2019 में एक अभियान शुरू करते हुए, हूपरों में लाल डिब्बे लगाए थे. जिसमें सेनेटरी नैपकिन और डायपर डालने की व्यवस्था की गई थी. यही लाल डिब्बे कोरोना संक्रमण काल में भी बायो मेडिकल वेस्ट के लिए इस्तेमाल किए जा सकते थे, लेकिन मॉनिटरिंग के अभाव में फिलहाल इन्हें दोबारा लगाने की जरूरत आन पड़ी है.