जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा के चुनाव के लिए वोटिंग पूरी हो गई, लेकिन इस चुनाव के लिए सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी ने कई हथकंडे अपनाए हैं. उन्हीं में से एक है विधायकों की बाड़ेबंदी. जहां सभी विधायकों को एक साथ रखने के लिए बसों का प्रयोग किया गया और यही सियासी बस राज्यसभा चुनाव के मतदान के समय विधानसभा के गेट से टकरा गई.
जी हां, सियासी बस...ये वो बस है जो हर चुनाव में पार्टियों का सहारा बनती है. चाहे वो विधानसभा का चुनाव हो या फिर लोकसभा का, लेकिन प्रदेश में पहली बार राज्यसभा के चुनाव में सियासी बस दोनों पार्टियों का सहारा बनी है. पहले गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के विधायकों को एयरपोर्ट से बसों के जरिए सुरक्षित रिसोर्ट में शिफ्ट किया गया. उसके बाद फिर से प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में विधायकों को इस सियासी बस का सहारा लेना पड़ा.
राज्यसभा रण के शुरुआत में पहली बार इन्ही बसों के जरिए अचानक सभी विधायकों को मुख्यमंत्री आवास बुलाकर बाड़ेबंदी कर रिसॉर्ट में भेजा गया था. फिर एक से दूसरे रिसॉर्ट में शिफ्ट करने के लिए भी ये सियासी बस काम आई. ऐसे में जब आज शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के मतदान हुए तो एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी पार्टियां अपने-अपने विधायकों को इसी सियासी बस के जरिए विधानसभा तक लेकर आई.
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बता दें कि शुक्रवार सुबह बस अनियंत्रित हो गई और विधानसभा के मुख्य गेट से जा टकराई. हालांकि, इस दौरान किसी को चोट नहीं आई, लेकिन बस का एक तरफ का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. लग्जरी बस होने के चलते बसों को विधानसभा में लाने-ले जाने के लिए ड्राइवर को जद्दोजहद करनी पड़ी, लेकिन वापस आते समय बस गेट से टकरा गई. ऐसे में एकबारगी वहां थोड़ी देर के लिए अफरातफरी मच गई, लेकिन किसी को चोट नहीं आई.