जयपुर. प्रदेश के 20 जिलों में हुए 90 निकायों के अध्यक्ष पदों पर रविवार को नतीजे जारी हो गए. प्रदेश में सत्ताधारी दल कांग्रेस है तो ऐसे में कांग्रेस के मंत्रियों की विधानसभा में आने वाली नगर पालिकाओं और नगर परिषदों में कांग्रेस पार्टी अपने बोर्ड बनता है या नहीं इस पर हर किसी की नजर थी.
राजस्थान में इन निकाय चुनाव में 7 मंत्रियों जिनमें एक उप मुख्य सचेतक भी शामिल हैं, की विधानसभा क्षेत्रों में भी यह निकाय चुनाव थे. बात की जाए 7 मंत्रियों की तो उनमें से दो मंत्री अशोक चांदना और रघु शर्मा अपने विधानसभा क्षेत्र में आने वाले निकायों में जीत पहले ही दर्ज करा चुके थे. जिनके निकायों में हुई औपचारिक मतगणना के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों को जीत मिल गई.
वहीं राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा समेत पांच मंत्री भंवर सिंह भाटी ,सुखराम बिश्नोई, सालेह मोहम्मद और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के निकायों में निर्दलीयों के आसरे थे. इन चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अपनी लक्ष्मणगढ़ नगर पालिका में, मंत्री भंवर सिंह भाटी अपनी नगरपालिका देशनोक में, मंत्री सुखराम बिश्नोई अपनी नगरपालिका सांचोर में कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाने में कामयाब हुए.
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वहीं उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के नतीजों को 50-50 माना जा सकता है. क्योंकि उनकी विधानसभा में आने वाली नावां नगर पालिका में कांग्रेस को हार मिली है तो कुचामन सिटी नगर पालिका में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार आसिफ खान को जीत मिली है.
मंत्री शाले मोहम्मद जैसलमेर में जिला प्रमुख पद गंवाने के बाद आज एक बार फिर निकाय चुनाव में कांग्रेस को नहीं जिता सके हैं. ऐसे में इन सात मंत्रियों में केवल एक मंत्री सालेह मोहम्मद वह मंत्री हैं जो फेल हुए हैं.
इन 5 मंत्रियों ने अपने निकायों में दिलाई कांग्रेस को जीत
1-गोविंद डोटासरा प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री
लक्ष्मणगढ़ नगर पालिका- लक्ष्मणगढ़ नगरपालिका पर हर किसी की नजर थी क्योंकि यह नगर पालिका खुद प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की विधानसभा क्षेत्र में आती है. लेकिन इस विधानसभा में बोर्ड वनाने के लिए डोटासरा निर्दलीयों के सहारे थे. गोविंद सिंह डोटासरा की रणनीति लक्ष्मणगढ़ नगर पालिका में काम आई और कांग्रेस के मुस्तफा कुरैशी लक्ष्मणगढ़ नगर पालिका के अध्यक्ष बने हैं. मुस्तफा कुरैशी को 40 में से 23 वोट मिले जबकि भाजपा के प्रत्याशी को महेश 16 वोट तो एक वोट माकपा को मिला.
2- भंवर सिंह भाटी उच्च शिक्षा मंत्री
देशनोक नगर पालिका- उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी की विधानसभा सीट कोलायत में आने वाली देशनोक नगर पालिका कांग्रेस निर्दलीयों के सहारे थी. लेकिन कांग्रेस पार्टी ने निर्दलीयों के समर्थन से अपना बोर्ड बनाने में सफलता प्राप्त की है. कांग्रेस पार्टी के ओमप्रकाश मूंदड़ा देशनोक नगर पालिका के चेयरमैन बने हैं.
3. सुखराम बिश्नोई वन मंत्री
सांचौर नगर पालिका- सांचौर नगर पालिका वन मंत्री सुखराम बिश्नोई की विधानसभा में आती है। इस नगर पालिका में मंत्री जीत के लिए निर्दलीयों पर निर्भर थे. मंत्री सुखराम विश्नोई ने अपनी साख बचाते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को जीत दिलाई. सांचौर नगर पालिका में कांग्रेस के नरेश सेठ को 19 मतों के साथ विजई घोषित किया गया है.
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मंत्री रघु शर्मा और अशोक चांदना पहले ही जिता चुके हैं अपने निकायों में कांग्रेस को
4. रघु शर्मा चिकित्सा मंत्री
1- केकड़ी नगर पालिका - स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के विधानसभा में आने वाली केकड़ी नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड चुनाव के नतीजों के साथ ही तय हो गया था. यहां कांग्रेस को कुल 40 वार्ड में से 21 वार्ड में जीत मिली तो भाजपा को 17 वार्डों में जीत मिली है, 2 वार्डों में निर्दलीय भी जीते. ऐसे में केकड़ी नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनने की केवल फॉर्मेलिटी ही बची थी और आज हुए मतदान में कांग्रेस के प्रत्याशी कमल साहू अध्यक्ष बन गए हैं.
2-सरवाड़ नगर पालिका- सरवाड़ नगर पालिका में कुल 25 वार्ड में से कांग्रेस ने 15 वार्ड में जीत दर्ज करते हुए अपना बोर्ड बनना तय कर लिया था. यहां भाजपा को 8 और निर्दलीयों को 2 वार्डों में जीत पर संतोष करना पड़ा है. ऐसे में आज हुए औपचारिक मतदान के बाद सरवाड़ में कांग्रेस की प्रत्याशी छगन कंवर राठौड़ ने जीत दर्ज कर ली है.
5. अशोक चांदना खेल मंत्री
1.बूंदी नगर परिषद - बूंदी नगर परिषद में कांग्रेस पार्टी निर्दलीयों के सहारे थी लेकिन मंत्री अशोक चांदना ने रणनीतिक कौशल दिखाते हुए कांग्रेसका सभापति बनाने में सफलता प्राप्त की है कांग्रेस की मधु नुवाल सभापति बनी है.
2.नैनवां नगर पालिका - नैनवां नगर पालिका में मंत्री अशोक चांदना ने कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत से जीत दिला चुके थे. यहां कुल 25 वार्ड में से 15 वार्ड पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की जिससे कांग्रेस का बोर्ड बनना तय हो गया था. नैनवां में 10 वार्डों में भाजपा ने जीत दर्ज की. ऐसे में कांग्रेस की जीत यहां पहले से तय थी और आज हुए औपचारिक मतदान के बाद कांग्रेस की प्रेम भाई ने नैनवा नगर पालिका में चेयरमैन पद पर जीते हुए अब अध्यक्ष की कुर्सी संभालेंगे.
5. महेंद्र चौधरी उप मुख्य सचेतक
1.कुचामन नगर पालिका - कुचामन नगर पालिका में कुल 45 वार्ड हैं. जिनमें से कांग्रेस पार्टी ने 20 वार्डो में जीत दर्ज की है तो भाजपा ने 18 वार्ड में जीत दर्ज की है. ऐसे में कुचामन नगर पालिका से जीते सात निर्दलीयों के आसरे कांग्रेस थी. तो उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कुचामन नगर पालिका में पहली बार हाइब्रिड फार्मूले से कांग्रेस का प्रत्याशी आसिफ खान को बनाया. आसिफ खान महेंद्र चौधरी की उम्मीदों पर खरे उतरे और उन्होंने कुचामन सिटी नगर पालिका में जीत दर्ज की. ऐसे में आसिफ खान कांग्रेस के पहले हाइब्रिड फार्मूले से जीते अध्यक्ष बने हैं. चुनाव में कांग्रेस के आसिफ खान को 24 वोट तो भाजपा के हरीश चंद्र कुमावत को केवल 20 वोट मिले.
2.नागौर में नगर परिषद - नागौर नगर परिषद में कुल 60 वार्ड हैं. इनमें से सर्वाधिक 27 वार्ड में कांग्रेस ने जीत दर्ज की लेकिन यंहा बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीयों पर निर्भरता थी. जहां 21 निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है नागौर नगर परिषद में भाजपा को 12 वार्डों में ही जीत से संतोष करना पड़ा है. लेकिन भाजपा ने नागौर नगर परिषद में निर्दलीय नीतू बोथरा को समर्थन दे दिया और भाजपा के सहयोग से नीतू बोथरा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई.
3.नावां नगर पालिका - नावा नगर पालिका कुल 25 वार्ड हैं. जिनमें से 13 वार्डों में जीत दर्ज करते हुए भाजपा ने नावां नगरपालिका में अपना बोर्ड बनना सुनिश्चित कर लिया था. आज हुए औपचारिक चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है.
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गहलोत सरकार के मंत्री सालेह मोहम्मद जिला परिषद चुनाव के बाद एक बार फिर हुए फेल
1. सालेह मोहम्मद अल्पसंख्यक मामलात मंत्री
पोकरण नगर पालिका - मंत्री सालेह मोहम्मद पर उनकी विधानसभा पोकरण में आने वाली पोकरण नगर पालिका में चुनाव जिताने की जिम्मेदारी थी. जिसमें वह सफल नहीं हो सके. पोकरण नगर पालिका में चेयरमैन पद निर्दलीयों के ऊपर था कि वो किसके साथ जाएं. पोकरण के 25 वार्डों में से 10 पर बीजेपी 9 पर कांग्रेस और 6 वार्डों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की थी. लेकिन चेयरमैन पद पर भाजपा के मनीष पुरोहित 13 मत लेकर पोकरण नगर पालिका के चेयरमैन बन गए. वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी नारायण लाल को 11 मत ही मिले.
ऐसे में मंत्री साले मोहम्मद जो बहुमत होने के बाद भी जैसलमेर जिला प्रमुख बनाने में फेल हुए थे एक बार फिर असफलता मंत्री सालेह मोहम्मद के हाथ लगी है.