जयपुर. कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखकर भाजपा सरकार के कार्यकाल में 2016 में लगाए गए गौ सेस को भाजपा के शैतानी दिमाग की उपज बताकर इसे तत्काल बंद करने की मांग की है. भरत सिंह ने यह भी लिखा कि मुझे गोपालन मंत्री से किसी तरह की उम्मीद नहीं है, क्योंकि उनसे उम्मीद रखना सूखे कुएं से प्यास बुझाने जैसा है.
अब भरत सिंह के इसी पत्र को लेकर प्रदेश में सियासी उबाल भी आ गया है. भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा कहते हैं कि प्रदेश सरकार ने कहा था कि हम गौ माता के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रत्येक पंचायत स्तर पर नंदीशाला खोलेंगे, लेकिन पौने 3 साल गुजर जाने के बाद भी किसी भी पंचायत समिति में नंदी शाला नहीं खोली गई.
शर्मा ने कहा कि भरत सिंह का यह पत्र कांग्रेस सरकार और उसके नेताओं का गौ माता के प्रति असली चेहरा उजागर करने वाला है. उन्होंने कहा कि भरत सिंह ने यहां पर अपने स्थानीय राजनीति और पार्टी के भीतर अपने विरोधियों की खातिर लिखा है, लेकिन इसमें गौ माता को बीच में लाना निंदनीय है. रामलाल शर्मा ने कहा कि यदि सरकार इस पत्र के आधार पर कोई निर्णय लेती है तो बीजेपी इसका पुरजोर विरोध करेगी.