चौमूं (जयपुर). प्रदेश में राजनीतिक उठापटक के बीच सचिन पायलट की राहुल गांधी से मुलाकात एक नया मोड़ ले आई है. ऐसे में गहलोत और पायलट के बीच एक माह से चल रहा सियासी ड्रामा भी खत्म होने को है. सचिन पायलट ने मीडिया से काफी समय बाद बातचीत कर कहा कि पार्टी में जो भी सैद्धांतिक मतभेद थे वह खत्म हो गए हैं. इस मामले में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने इसे वर्चस्व की लड़ाई बताया है. उन्होंने कहा कि आपसी मतभेद में भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के झूठे आरोप लगाए गए हैं.
एक लंबे समय के अंतराल के बाद सचिन पायलट मीडिया से पहली बार मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ सैद्धान्तिक मतभेद थे जिसे बातचीत के बाद सुलझा लिया गया है. वहीं इस पूरे मसले पर भाजपा ने भी अब बयान देने शुरू कर दिए हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. बीजेपी को बेवजह इस पूरे मसले में घसीटा गया है. भाजपा पहले से ही कहती आ रही है कि कांग्रेस पार्टी के बीच जबरस्त मतभेद चल रहे हैं. डेढ़ साल से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच कोई वार्ता ही नहीं हो रही है.
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रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरना के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं लेकिन जनता की तकलीफों की तरफ सरकार का ध्यान नहीं है. एक माह से नेता अपनी कुर्सी बचाने के लिए आपस में ही लड़ रहे हैं. प्रदेश की जनता भी अपने आप को ठगा महसूस कर रही है. कांग्रेस सरकार की आपसी खींचतान की वजह से जनता को नुकसान हुआ है. प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने गहलोत और पायलट पर चुटकी लेते हुए कहा इस सियासी ड्रामे में प्रदेश के मुखिया चाहते थे उनकी जादूगरी बरकरार रहे, जबकि पायलट चाहते थे कि उनका प्लेन क्रैश न होने पाए. प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार ने जनता के करोड़ों रुपये अपने स्वार्थ के लिए खर्च कर दिए.