जयपुर. बीजेपी एसटी मोर्चा की ओर से हुए इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में भगवान मीन की पूजा-अर्चना की और यहां आए प्रबुद्ध जनों को मिठाई भी वितरित की. इस दौरान भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा और मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र मीणा के साथ मोर्चे और पार्टी से जुड़े कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान नेताओं ने भगवान मीन का धार्मिक अनुष्ठानों के साथ पूजा कर देश प्रदेश में सुख समृद्धि और विकास की कामना की.
आदिवासियों को हिंदू नहीं मानने वाले दिमागी दिवालियापन का शिकार - जितेंद्र मीणा
वहीं, धार्मिक आयोजन के बाद मीडिया से रूबरू हुए अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र मीणा ने कहा कि यह आयोजन आज भाजपा के सभी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के लोग अलग-अलग जगहों पर कर रहे हैं. मीणा के अनुसार यह कार्यक्रम उन लोगों को जवाब है जो आदिवासियों को हिंदू नहीं मानते. मीणा ने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस विधायक जिन्होंने यह बयान दिया उनका नाम ही भगवान गणेश के नाम पर आधारित है. अब या तो उनके पूर्वजों ने गलती से उनका यह नाम रख दिया या फिर खुद विधायक ही अब गलत बोल रहे हैं.
धर्म जोड़ने का काम करता है - अलका गुर्जर
कार्यक्रम में शामिल हुई भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर ने इस आयोजन के लिए अनुसूचित जनजाति मोर्चा को धन्यवाद दिया है. मीडिया से बातचीत में अलका गुर्जर ने कहा कि हम सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं और धर्म तो जोड़ने का काम करता है. इसलिए इस प्रकार के आयोजन के लिए अनुसूचित जनजाति मोर्चा को आभार है गुर्जर ने कहा कि भगवान मीन या मत्स्य प्रभु विष्णु का पहला अवतार था इसलिए आज उनकी पूजा-अर्चना की गई है.
कोरोना महामारी के बीच हुए आयोजन पर खड़े हुए सवाल...
इस प्रकार का आयोजन भाजपा मुख्यालय में पहली बार हुआ है, लेकिन कोविड-19 के बढ़ते आंकड़ों के बीच इस प्रकार के आयोजन कि मौजूदा समय में आवश्यकता लेकर सियासी गलियारों में चर्चा भी है. चर्चा होना लाजमी भी है, क्योंकि जिस प्रकार कोरोना महामारी का प्रभाव बढ़ रहा है और राजस्थान में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं उस समय इस प्रकार के आयोजनों से पार्टी को बचना भी चाहिए.
प्रदेश सरकार में तो 16 अप्रैल से लागू होने वाली नई गाइडलाइन भी जारी कर दी, जिसमें धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर लगभग रोक लग गई और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने तो कोरोना के आंकड़ों को देखते हुए 3 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रचार के अंतिम दिन भी तमाम कार्यक्रम अपने रद्द कर दिया. लेकिन भाजपा मुख्यालय में इस धार्मिक या फिर कहे राजनीतिक कार्यक्रम पर सवाल उठना लाजमी भी है. हालांकि, आयोजकों का कहना है कि उन्होंने कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए हैं. यह आयोजन किया है फिर चाहे मुंह पर मास्क की बात हो या कम संख्या में कार्यकर्ताओं को बुलाने की.