जयपुर. श्रम विभाग की ओर से संचालित जयपुर के ईएसआई अस्पताल को कोविड-19 मरीजों से मुक्त करने की मांग पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय हो सकता है. पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुण चतुर्वेदी के आग्रह पर जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हुई वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के दौरान ये मांग रखी थी. इस पर सीएम ने सकारात्मक आश्वासन दिया है.
माना जा रहा है कि राजकीय जयपुरिया अस्पताल की तरह ही ईएसआई अस्पताल को भी कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पतालों की सूची से बाहर कर दिया जाएगा. फिलहाल इस अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को क्वॉरेंटाइन के लिए रखा जा रहा है, जिससे इस अस्पताल की सामान्य ओपीडी सेवाएं बाधित हो गई है.
वहीं, पिछले दिनों स्थानीय लोगों के साथ ही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने भी इस अस्पताल को श्रमिकों और आम कर्मचारियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पतालों की सूची से मुक्त रखने की मांग की थी. साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ये भी आग्रह किया था कि इस अस्पताल में बड़ी संख्या में पेंशनधारी और वेतन भोगी कर्मचारी अपना उपचार करवाने आते हैं. लेकिन, आबादी के बीच स्थित इस अस्पताल को कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल बनाने के बाद यहां ओपीडी में मरीजों की संख्या लगभग शून्य हो गई हैं. इस अस्पताल में कोविड-19 संक्रमित मरीजों को क्वॉरेंटाइन के लिए रखा गया है.
बता दें कि इस अस्पताल को कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल से मुक्त कराए जाने की मांग को लेकर काफी सियासत भी हुई थी. लेकिन, अब मुख्यमंत्री की ओर से मिले सकारात्मक आश्वासन के बाद सबको इस संबंध में होने वाले सकारात्मक निर्णय का इंतजार है.