जयपुर. भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर से पुलिस मुख्यालय में पहुंचकर मुलाकात की. सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ बीटीपी के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहें. आदिवासी क्षेत्रों में मजदूरी के नाम पर बाहर भेजने और देह शोषण से जुड़े मामले को लेकर मीणा ने डीजीपी से मुलाकात की है.
मुलाकात के दौरान सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि डूंगरपुर में आदिवासियों का एक लंबा धरना चला था लेकिन सरकार की वार्ता के बाद धरने को समाप्त किया गया. कुछ हिंसक तत्व बाद में इसके अंतर्गत आ गए थे और उसके बाद वहां हिंसा फैल गई थी. दो आदिवासी उस हिंसा में मारे गए थे. सरकार ने उनके लिए अभी तक कोई आर्थिक पैकेज जारी नहीं किया है.
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सांसद मीणा ने कहा कि उस दौरान विभिन्न थानों के अंतर्गत कई मुकदमे दर्ज किए गए थे. जिन आदिवासियों ने कुछ भी नहीं किया, उनकी गिरफ्तारी की जा रही है, जो की गलत है. गिरफ्तारी करने से उन लोगों की नौकरी चली जाएगी. वे लोग बिल्कुल बर्बाद भी हो जाएंगे. किरोडी लाल मीणा ने बताया कि इस संबंध में वह डीजीपी से मिले और ज्ञापन दिया. उनसे उन्होंने कहा कि 1 साल में जो गिरफ्तारी हुई है, उनका चालान पुलिस पेश करे. ऐसा नहीं किया जाता है तो किरोड़ी लाल मीणा खुद उदयपुर जा कर सड़क पर धरना प्रदर्शन करेंगे. वे आदिवासियों को पुलिस के शोषण का शिकार नहीं होने देंगे. मीणा ने कहा कि इस संदर्भ में डीजीपी ने उन्हें को आश्वासन दिया है. डीजीपी ने इस संदर्भ में एसपी को निर्देशित करेंगे कि जो आदिवासी निर्दोष हैं, उनका भविष्य खराब नहीं किया जाए.
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भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ बीटीपी प्रदेश अध्यक्ष डीजीपी से मुलाकात करने आए. उसके बाद राजनीतिक गलियारों में जल्द ही प्रदेश में नए सियासी समीकरणों के संकेत भी दिखने लगे हैं. बीटीपी ने प्रदेश में गहलोत सरकार को अप्रत्यक्ष रूप से अपना समर्थन दे रखा है. वहीं किरोड़ी लाल मीणा भाजपा के सांसद है लेकिन फिलहाल संगठन की ओर से उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. ऐसे में किरोड़ी लाल मीणा आए दिन इस प्रकार के घटनाक्रम कर राजनीति में अपनी ताकत दिखाते रहते हैं.