नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की कंपनी जियो ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. अब जियो पेमेंट सॉल्यूशंस को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से मंजूरी मिल गई है.
क्या है जियो पेमेंट?
जियो पेमेंट सॉल्यूशंस, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS) की सब्सिडियरी कंपनी है.
कर सकेंगे ये काम?
RBI से मंजूरी मिलने के बाद जियो पेमेंट अब ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के तौर पर परिचालन शुरू कर सकेगी.
पेटीएम जैसी सुविधा
जियो पेमेंट अब व्यापारियों और ग्राहकों को डिजिटल ट्रांजैक्शन की सुविधा दे सकेगी। यह काफी हद तक पेटीएम जैसी ही सेवा होगी.
पेटीएम बैंक पर कार्रवाई
जियो को यह मंजूरी ऐसे समय मिली है, जब दिग्गज फिनटेक फर्म पेटीएम बैंक को RBI की ओर से नियामकीय कार्रवाई का सामना करना पड़ा था.
जियो के पास मौका
जियो पेमेंट के पास शानदार मौका है, जब वह बाजार में अच्छा यूजरबेस बना सकती है. जियो पेमेंट का जियो पेमेंट बैंक मौजूद है.
ये सेवाएं मिल रही हैं
जियो पेमेंट बैंक कई तरह की सेवाएं दे रहा है. यह बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के साथ डिजिटल सेविंग अकाउंट और फिजिकल डेबिट कार्ड देता है.
फास्टैग सर्विस क्या देगी
पेटीएम फास्टैग मार्केट में मौजूद था, जिसका यूजर बेस काफी बड़ा था. आरबीआई के फैसले के बाद इसे बंद करना पड़ा और अब सवाल उठता है कि क्या जियो भी पेटीएम की तरह अपना फास्टैग लेकर आएगा. फास्टैग एक डिजिटल टोल कलेक्शन सिस्टम है. इसे कार, बस और दूसरे वाहनों की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है. इसके बाद यह ऑटोमैटिक टोल पेमेंट कर देता है.