जयपुर. प्रदेश में 26 सितंबर को रीट की परीक्षा खत्म हुई, लेकिन परीक्षा को लेकर विवाद अभी तक खत्म नहीं हुआ है. परीक्षा के दौरान सामने आई खामियों और धांधली की जांच अब भाजपा ने सीबीआई से कराने की मांग की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने यह मांग करते हुए कहा कि इस परीक्षा के पीड़ित अभ्यर्थियों को राजस्थान सरकार की जांच से कोई भी न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है लिहाजा सरकार इसकी सीबीआई से जांच करवाएं.
रामलाल शर्मा ने मंगलवार को एक बयान जारी कर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के उस बयान को गलत ठहराया जिसमें डोटासरा ने इस परीक्षा के सफल आयोजन की बात कही थी.
रामलाल शर्मा ने कहा कि यह परीक्षा तो इतिहास के पन्नों में अंकित होना चाहिए क्योंकि इसमें लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है. शर्मा ने कहा कि श्रीगंगानगर में एसओजी ने मोबाइल पर पेपर लीक होने का मामला पकड़ा तो वहीं, जयपुर में भी कई मुन्ना भाई एक दूसरे की जगह परीक्षा देते नजर आएं.
पढ़ें- राजस्थान प्री-डीएलएड का परिणाम जारी, परीक्षा में करीब 4 लाख 33 हजार परीक्षार्थी हुए थे शामिल
शर्मा ने कहा जब अलवर में परीक्षा पत्र देरी से पहुंचने पर शिक्षा मंत्री दुबारा से परीक्षा करवाने की बात कह रहे हैं. तो फिर श्रीगंगानगर और उन स्थानों पर क्यों नहीं करवाई की जा रही जहां इस प्रकार की धांधली आ सामने आई थी. रामलाल शर्मा ने अलवर जिले में अनुसूचित जाति और जनजाति समाज से जुड़े व्यक्तियों की हो रही हत्या के मामले में भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा.