जयपुर. केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ राजस्थान विधानसभा में बिल लाने पर प्रदेश की गहलोत सरकार भाजपा नेताओं के निशाने पर है. सभी भाजपा नेताओं ने इन बिलों के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि गहलोत सरकार द्वारा विधानसभा में बिल लाना संघीय ढांचे को चुनौती देना है.
विधानसभा की कार्यवाही में शनिवार को भाग लेने आए भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि वर्तमान में जो विधानसभा सत्र हो रहा है, उसमें कांग्रेस की मंशा ठीक नहीं लग रही. केंद्र सरकार के कृषि बिलों के समांतर अपने बिल लाना संघीय ढांचे को चुनौती देने जैसा है. संघीय ढांचे को नहीं मानना कांग्रेस की प्रवृत्ति है. विधानसभा में शून्य काल और प्रश्नकाल नहीं होने से लोकतंत्र का मजाक बनाया जा रहा है.
राज्य सरकार की ओर से पारित बिल राज्यपाल और राष्ट्रपति के पास जाएंगे. उसके बाद ही लागू होंगे. इससे कहीं बेहतर केंद्र के कृषि बिल है, वे किसानों के हित में भी हैं. राज्य सरकार किसानों का हित नहीं चाहती है, इसीलिए इस तरह के बिल लेकर आ रही है. वासुदेव देवनानी ने कहा कि भाजपा इन बिलों का पुरजोर विरोध करेगी और उन्हें मजबूर करेंगे कि यह बिल वापस लें.
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भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी कहा कि नगर निगम के पहले चरण का चुनाव संपन्न हो गया है और उसमें कांग्रेस को छठी का दूध याद आ गया है. देवनानी ने फिर दोहराया कि वे भाजपा ग्रेटर नगर निगम में 110 वार्डो में जीत हासिल करेगी. भाजपा दोनों ही नगर निगम में अपने बोर्ड बनाएगी. देवनानी ने कहा कि नगर निगम चुनाव में जितना भी मतदान हुआ है, वह कोरोना काल में जनता की जागरूकता का ही असर है. हमारी पार्टी का संगठनात्मक ढांचा वोट निकालने में कामयाब रहा है.